‘मित्रकाल’ के विरुद्ध लोकतंत्र बचाने की लड़ाई, सत्य ही मेरा अस्त्र-सत्य ही आसरा
राहुल गांधी को मानहानि केस में 13 अप्रैल तक दी जमानत, 13 अप्रैल को सजा पर रोक पर सुनवाई
Ashok Chaturvedi
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मानहानि केस में सूरत के सेशन कोर्ट ने सोमवार को 13 अप्रैल तक के लिए जमानत दे दी। सजा पर रोक पर सुनवाई 13 अप्रैल को होगी। इसके साथ ही सजा रद्द करने की अपील पर सुनवाई 3 मई को होगी। इस घटनाक्रम के बाद राहुल गांधी ने एक बार फिर अपने संकल्प को दोहराया है।
राहुल गांधी ने सोमवार को इस घटनाक्रम के बाद वर्तमान दौर को एक बार फिर मित्रकाल बताते हुए केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ लड़ाई को लोकतंत्र बचाने की लड़ाई बताया है। साथ ही राहुल गांधी ने यह भी लिखा कि इस लड़ाई में सत्य मेरा अस्त्र है, और सत्य ही मेरा आसरा!
इससे पहले सोमवार सुबह मानहानि केस में मिली सजा के खिलाफ अपील करने राहुल गांधी सूरत कोर्ट के लिए रवाना हुए। रवाना होने से पहले सोनिया गांधी भी राहुल से मिलने उनके घर पहुंची। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी उनके साथ थीं. राजस्थान के CM अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल ने सूरत में राहुल गांधी का स्वागत किया।
वहीं राहुल गांधी के सूरत पहुँचने से पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किये गए। भाजपा ने राहुल गांधी के साथ कांग्रेस नेताओं की उपस्थिति और कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन को शक्ति प्रदर्शन बताया।
इस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राहुल गांधी देश के लिए लड़ रहे हैं और ऐसे में पार्टी के नेता उनके समर्थन के लिए सूरत पहुंच रहे हैं तथा यह कोई शक्ति प्रदर्शन नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी ने किसी को बुलाया नहीं है और जो भी नेता सूरत पहुंच रहे हैं वो उनका निर्णय है।
गौरतलब है कि 23 मार्च को मानहानि केस में राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई गई थी। सजा का ऐलान होने के कुछ देर बाद ही उन्हें 30 दिन की जमानत दे दी गई थी। सजा सुनाए जाने के अगले ही दिन लोकसभा से उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई थी। राहुल केरल के वायनाड से सांसद थे।