BJP को हर मोर्चे पर देने मात, उज्जैन में राहुल के साथ थिरके कमलनाथ
राहुल गांधी के साथ कमलनाथ को थिरकते देख सियासी पंडित भी आश्चर्यचकित दिखे। कमलनाथ को शायद इससे पहले कभी इस तरह थिरकते नहीं देखा गया।
Ashok Chaturvedi
उज्जैन (जोशहोश डेस्क) मध्यप्रदेश में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मंगलवार को महाकाल की नगरी उज्जैन पहुंची। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राहुल गांधी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ यहां बाबा महाकाल के दर्शन के बाद एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
भारत जोड़ो यात्रा मंगलवार सुबह सांवेर से प्रारंभ हुई और अपने अगले पड़ाव उज्जैन पहुंची। यहां राहुल गांधी और कमलनाथ का आत्मीय स्वागत किया गया। स्वागत के दौरान बच्चों के स्नेह को देख राहुल गांधी और कमलनाथ भी खुद को थिरकने से नहीं रोक पाए।
राहुल गांधी के साथ कमलनाथ को थिरकते देख सियासी पंडित भी आश्चर्यचकित दिखे। कमलनाथ को शायद इससे पहले कभी इस तरह थिरकते नहीं देखा गया। हालाँकि उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान ही दिग्विजय सिंह के नृत्य करते हुए एक वायरल वीडियो को लेकर कहा था कि वे अच्छा नाचते हैं और नचाते भी हैं मैं भी उनके साथ जल्द ही नाचूंगा।
राहुल गांधी के साथ कमलनाथ के इस वीडियो को लेकर सियासी गलियारों में यह चर्चा है कि वे अब भाजपा को उसके ही हर पैंतरे से मात देने के लिए प्रतिबद्ध दिखाई दे रहे हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान आम जन के बीच अक्सर नृत्य करते नजर आते रहते हैं अब यह कहा जा रहा है कि कमलनाथ का प्रदेश में सीधा मुकाबला शिवराज से ही है तो वे भी किसी भी विधा में पीछे रहना नहीं चाहते।
वैसे भी यह कहा जा रहा है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को मध्यप्रदेश में जो प्रतिसाद मिला है वह कांग्रेस के लिए उत्साहवर्धक है। राहुल गांधी भी स्वयं यह कह चुके हैं कि यात्रा को मिले रिस्पांस के मामले में मध्यप्रदेश अब तक का सर्वश्रेष्ठ राज्य है। देखा जाय तो इसका पूरा श्रेय भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को ही जाता है।
अब तक भाजपा समेत अन्य दल भी यह दावा करते थे कि राहुल गांधी की यात्रा को दक्षिण में ही रिस्पांस मिलेगा। यात्रा को असली चुनौती तो हिंदी भाषी प्रदेशों में मिलेगी। ऐसे में पहले विशुद्ध हिंदी प्रदेश यानी मध्यप्रदेश में यात्रा को मिलने वाले समर्थन पर सबकी निगाह भी थी। मध्यप्रदेश में 23 नवंबर को एंट्री के साथ ही अब तक यात्रा को जो जनसमर्थन उसे मिला उसे देख सियासी पंडित तक हैरान हैं।
कमलनाथ ने प्रदेश में यात्रा के प्रबंधन को लेकर समस्त जिम्मेदारियों पर बारीक नजर रखी और जिस तरह यात्रा के तमाम पहलुओं को लेकर नेताओं को जिम्मेदारी सौंप उनकी मॉनीटरिंग की। उसका ही नतीजा है कि हिंदी प्रदेश में भी भारत जोड़ो यात्रा को ऐतिहासिक सफलता हासिल हो रही है।
अब यह कहा जा रहा कि भाजपा को भाजपा के अंदाज में मात देने को आश्वस्त दिख रहे कमलनाथ ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के लिए प्रदेश में माहौल तो बना ही दिया अब अगर वे अगले साल अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव तक यह माहौल बरकरार रख पाने में कामयाब हो जाते हैं तो कांग्रेस के लिए चुनाव परिणाम बेहद सकारात्मक भी हो सकते हैं।