कूनो में 9वी मौत,क्या राजहठ की भेंट चढ़ रहे बेगुनाह वन्य प्राणी?
कूनो नेशनल पार्क में नहीं थम रहा चीतों की मौत का सिलसिला, एक और मादा चीता की मौत
Ashok Chaturvedi
श्योपुर (जोशहोश डेस्क) कूनो नेशनल पार्क में चीतों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को एक और मादा चीता टिबलिसी (धात्री) की मौत हो गई। बीते 4 महीने में कूनो नेशनल पार्क में यह 9वें चीते की मौत है। चीतों की लगातार की मौत के बाद केंद्र और प्रदेश सरकार के बहुप्रचारित प्रोजेक्ट चीता पर सवाल उठ रहे हैं।
बताया जा रहा है कि टिबलिसी कूनो नेशनल पार्क के खुले जंगल में घूम रही थी। पिछले 10 दिनों से वन विभाग की टीम उसे तलाश रही थी। उसे हेल्थ चेकअप के लिए लाया जाना था लेकिन बुधवार को उसका शव बरामद हुआ। अब उसकी मौत की वजह पता लगाने के लिए पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है।
इधर कूनो में एक के बाद एक नौ चीतों की मौतों से सरकार केंद्र और राज्य सरकार पर सवाल उठ रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने 9 वी मोत पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि जब से प्रधानमंत्री ने चीतों को यहां छोड़ा है, तब से अब तक नौ चीतों की मौत हो चुकी है, लेकिन सरकार लगातार इस बात पर अड़ी हुई है कि वह अन्य किसी जगह पर चीतों को नहीं बसाएगी। बेगुनाह वन्य प्राणियों को अपने राजहठ की भेंट चढ़ाना अत्यंत निंदनीय कृत्य है।
बता दें कि कूनो नेशनल पार्क उस समय सुर्ख़ियों में आया था जब बीते साल 17 सितंबर को पीएम मोदी ने यहाँ अफ्रीका से लाये आठ चीतों को बाड़े में छोड़ा था। इसके बाद 18 फरवरी 2023 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कूनो में दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 12 चीतों को बाड़े में छोड़ा था। इनमें 7 नर चीते और 5 मादा चीते शामिल थे।
हालांकि अफ्रीका से चीतों को लाये जाने पर तब सवाल भी उठे थे। यह कहा गया था कि कूनो अभयारण अफ़्रीक़ों चीतों के लिहाज से अनुकूल नहीं है। एक्सपर्ट का कहना था कि कूनो नेशनल पार्क में चीतों के लिए पर्याप्त जगह मौजूद नहीं है। अब ये शंकाएं सच साबित होती दिख रही हैं क्योंकि अब तक कूनो नेशनल पार्क में 9 चीतों की मौत हो चुकी है। देश में 1952 के बाद से विलुप्त हुए चीतों को फिर से बसाने के उद्देश्य के साथ मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में 91 करोड़ रुपये से ज्यादा के बजट से चीतों को बसाने की कोशिश की गई है लेकिन बीते चार महीनों से लगातार एक-एक कर हो रही चीतों की मौत से अब चीता प्रोजेक्ट खटाई में पड़ता दिखाई दे रहा है।