अराजकता की आग: सरकार फेल, नफरत को मज़बूत कर रहे पत्थरबाज़
जुमे की नमाज़ के बाद देश के 12 राज्यों में एक साथ दिखी अराजकता, सरकार का ख़ुफ़िया तंत्र फेल
Ashok Chaturvedi
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने वाली नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग लेकर जुमे की नमाज के बाद 12 राज्यों में नारेबाजी, पथराव और हिंसा से देश हैरान है। प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर पत्थर फेंके गए, गाड़ियां तोड़ी गईं और पुलिस के वाहनों में आग तक लगाई गई। सवाल यह उठ रहा है कि अगर देश के 12 राज्यों में एक साथ अराजकता दिखी तो इसके पीछे कौन है और क्या सरकार का ख़ुफ़िया तंत्र पूरी तरह फेल साबित हुआ?
दिल्ली के जामा मस्जिद पर भी बड़ा प्रदर्शन हुआ। उत्तरप्रदेश में सबसे ज्यादा 8 जिलों में विरोध और अराजकता की तस्वीरें सामने आईं। मुरादाबाद, सहारनपुर, फिरोजाबाद, अंबेडकरगनर, हाथरस, अलीगढ़, जालौन में पत्थरबाज़ी और हिंसा के चलते तनावपूर्ण स्थिति दिखी। सारी सुरक्षा व्यवस्था दोपहर बाद फेल हो दिखी।
वहीं सोशल मीडिया पर दिन भर वायरल होते रहे अराजकता के वीडियो को लेकर भी आक्रोश दिखा। यह कहा गया कि जुमे की नमाज़ के बाद इस तमाशे से नुक़सान किसे होना है? वहीं यह भी कहा गया कि किसी खास मकसद से कुछ लोग ही ऐसा कर रहे हैं?
गौरतलब है कि एक टीवी डिबेट के दौरान नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद को लेकर एक बयान दिया। इस बयान पर काफी हंगामा हो रहा है। नूपुर शर्मा के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने, द्वेषभाव फैलाने और दूसरे धर्म के खिलाफ टिप्पणी करने के आरोप में एफआईआर भी दर्ज हुई। वहीं अरब देशों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। बयान पर मचे हंगामे के बाद बीजेपी ने नूपुर शर्मा को पार्टी से सस्पेंड कर दिया है वहीं नवीन जिंदल को पार्टी से निकाल दिया है। बीजेपी ने भी एक बयान जारी कर कहा है कि पार्टी सभी धर्मों का सम्मान करती है। पार्टी किसी भी धर्म से जुड़े व्यक्तित्व की आलोचना की कड़ी निंदा करती है।