‘कमाल की लूट’: 20 रुपए की चाय पर 50 रुपए टैक्स, धन्यवाद मोदी जी
शताब्दी एक्सप्रेस में 20 रुपए की एक कप चाय पर 50 रुपए सर्विस टैक्स का मामला सोशल मीडिया में जमकर वायरल
Ashok Chaturvedi
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) दिल्ली और भोपाल के बीच चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस में 20 रुपए की एक कप चाय पर 50 रुपए सर्विस टैक्स लिए जाने का मामला सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। एक पत्रकार द्वारा चाय के बिल को सोशल मीडिया पर अपलोड किये जाने के बाद इस ‘कमाल की लूट’ पर दिलचस्प प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
पत्रकार दीपक कुमार झा ने शताब्दी एक्सप्रेस में सफर के दौरान के दो इनवॉइस सोशल मीडिया पर शेयर किये। उन्होंने लिखा- 20 रुपये की चाय पर 50 रुपये का जीएसटी। कुल मिलाकर एक चाय की कीमत 70 रुपये । है न कमाल की लूट? उन्होंने यह भी लिखा कि ऐसी कई शिकायतें की जाती हैं लेकिन ट्रेनों में कैटरिंग सर्विस देने वाली आईआरसीटीसी और रेलवे मंत्रालय के कान पर जूं नहीं रेंगती और और इसकी आड़ में ‘प्राइवेट प्लेयर्स’ लूट मचा रहे हैं-
देखते ही देखते ये इनवॉइस सोशल मीडिया पर जमकर वायरल गईं। यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने भी इस पर कमेंट किया। उन्होंने लिखा 20 रुपए की चाय पर 50 रुपए टैक्स, धन्यवाद मोदी जी-
हालाँकि बिल में जो 50 रुपए जोड़े गए हैं वो जीएसटी न होकर सर्विस चार्ज है। फिर भी यह कहा जा रहा है कि 20 रुपए की चाय पर 50 रुपए का टैक्स लिया जाना किसी भी दृष्टि से ठीक नहीं है।
इस मामले पर रेलवे ने भी सफाई दी है। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक भारतीय रेलवे द्वारा 2018 में जारी एक परिपत्र में कहा गया है कि, जब कोई यात्री राजधानी या शताब्दी जैसी ट्रेनों में रिजर्वेशन करवाते वक्त मील बुक नहीं करता तो सफर के दौरान चाय-कॉफी या भोजन मंगवाने पर 50 रुपये बतौर सर्विस टैक्स देना पड़ता है फिर चाहे वो एक कप चाय ही क्यों न हो।
अधिकारियों के मुताबिक, रेलवे के सर्कुलर में साफ लिखा है कि जब भी आप राजधानी, शताब्दी या दुरंतो में सफर करते है तो पहले से खाना या चाय बुक कराने की व्यवस्था रेलवे द्वारा दी गई है जिस पर कोई भी सर्विस चार्ज नही लगता है। अगर आप ट्रेन के अंदर बाद में कोई खाने की चीज ऑर्डर करते हैं तो आपको आपको प्रति सर्विस 50 रुपए एक्स्ट्रा चुकाने होते हैं।