राष्ट्रवाद/आतंकवाद: BJP टेरर फंडिंग कर देश के साथ कर रही प्रयोग
बर्बर और आतंकी गतिविधियों में लिप्त आरोपियों के भाजपा से कनेक्शन पर कांग्रेस का तीखा हमला
Ashok Chaturvedi
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) बर्बर और आतंकी गतिविधियों में लिप्त आरोपियों के भाजपा से कनेक्शन पर कांग्रेस ने तीखा हमला बोला है। कांग्रेस ने आतंकी गतिविधियों में लिप्त आरोपियों के भाजपा से कनेक्शन को सिलसिलेवार बताते हुए आरोप लगाया है कि भाजपा जितनी आत्मनिर्भर पार्टी कोई नहीं है, ये टेरर फंडिंग भी खुद करते हैं और देश के साथ प्रयोग भी। साथ ही कांग्रेस ने दिल्ली में पोस्टर लगा सवाल भी पूछा है कि ये भाजपा का राष्ट्रवाद है या आतंकवाद?
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने मंगलवार को मीडिया से चर्चा में कहा कि पिछले एक सप्ताह में भाजपा का चेहरा बेनकाब हो गया है। उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या का आरोपी आतंकवादी भाजपा का कार्यकर्ता निकला। जम्मू-कश्मीर में पकड़े गए लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों में से एक तालिब हुसैन शाह भी बीजेपी का पदाधिकारी निकला।
कांग्रेस प्रवक्ता ने सवाल उठाया कि नूपुर शर्मा भी आपकी पार्टी में, रियाज़ अटारी भी आपकी पार्टी में, तालिब हुसैन शाह भी आपकी पार्टी में। खुद को मेन्स्ट्रीम में रखने के लिए, ऐसे कितने फ़्रिंज तत्व पाल रखे हैं? मोदी जी, जवाब दीजिए।
पवन खेड़ा ने कहा कि अब तो देश भी कह रहा है कि भाजपा सरकार में कोई भी आतंकी घटना संयोग नहीं है। उन्होंने कहा कि तालिब हुसैन शाह जो जम्मू के भाजपा के माइनॉरिटी मोर्चा आईटी सेल का प्रभारी है, जब पकड़ा गया तब यह पवित्र अमरनाथ यात्रा के लिए जा रहे श्रद्धालुओं पर हमले की योजना बना रहा था। जिसकी देश के गृहमंत्री के साथ तक तस्वीर है।
उन्होंने कहा कि क़रीब दो साल पहले जम्मू कश्मीर में एक ऐसा ही मामला सामने आया था। जब आतंकियों को हथियार मुहैया कराने के आरोप में बीजेपी के पूर्व नेता एवं सरपंच तारिक़ अहमद मीर को गिरफ्तार किया गया था।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी सत्ता के लिए अपराध सिद्ध आतंकी को टिकट देने से भी नहीं चूकी। बीजेपी ने मसूद अज़हर के शार्गिद मोहम्मद फ़ारुख ख़ान को स्थानीय चुनाव में श्रीनगर के वार्ड संख्या 33 से टिकट दिया। साथ ही सवाल उठाया कि तुष्टिकरण की बात करने वाले बताएं कि क्यूँ इन्स्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के हत्यारे का भाजपा ने महिमा मंडन किया? क्यूँ उसे प्रधान मंत्री कल्याण योजना के प्रचार की ज़िम्मेदारी दी? तुष्टिकरण की बात करने वाले बताएँ किसने कमलेश तिवारी की सुरक्षा घटाई?
MP का भी आरोपों में जिक्र
पवन खेड़ा ने मीडिया को मध्यप्रदेश का भी हवाला दिया। उन्होंने याद दिलाया कि साल 2017 में मध्यप्रदेश में जब ATS की टीम ने अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का पर्दाफाश करते हुए ISI के 11 संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। इनमें एक BJP आईटी सेल का सदस्य ध्रुव सक्सेना भी शामिल था। वहीं 2 साल बाद, 2019 में मध्यप्रदेश में बजरंग दल के एक नेता बलराम सिंह की गिरफ्तारी टेरर फंडिंग के आरोप में हुई थी।