अयोध्या मेयर के भांजे ने 20 लाख की जमीन खरीदी, तीन महीने बाद ट्रस्ट को 2.5 करोड़ में बेची
जमीन के लिए 11 मई को ही अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय के भांजे दीप नारायण के खाते में 2.5 करोड़ रुपए आरटीजीएस भी किए गए हैं।
Ashok Chaturvedi
अयोध्या (जोशहोश डेस्क) श्रीरामजन्मभूमितीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट जमीन खरीदी को लेकर लगातार विवादों में घिरता जा रहा है।अब ट्रस्ट की एक नई डील का खुलासा हुआ है। यह डील अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय के भांजे और श्रीरामजन्मभूमितीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के बीच हुई है। इस डील में मेयर के भांजे ने जिस जमीन को महज 20 लाख रुपए में खरीदा था उसे केवल तीन महीने बाद ही उसने श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट को 2.5 करोड़ में बेच दिया।
यह खुलासा न्यूजलॉन्ड्री ने अपनी एक्सक्लुसिव रिपोर्ट में किया है। रिपोर्ट के मुताबिक अयोध्या के मेयर और विवादित डील के गवाह ऋषिकेश उपाध्याय के भांजे दीप नारायण ने महंत देवेंद्र प्रसादाचार्य से 20 फरवरी 2021 को 890 वर्गमीटर जमीन 20 लाख रुपए में खरीदी थी। इसका रिकाॅर्ड उत्तर प्रदेश के Integrated Grievance Redressal System (आईजीआरएस) पर 22 फरवरी को दर्ज है।
भाटा संख्या 135 में यह जमीन आकार ले रहे राम मंदिर के करीब है। इसका सर्किल रेट करीब 35 लाख 60 हजार रुपए है। दीप नारायण ने इस जमीन को 11 मई को श्रीरामतीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को 2.5 करोड़ में बेच दिया। इस तरह केवल तीन महीने में ही जो जमीन केवल 20 लाख की खरीदी गई थी वह 2.5 करोड़ में बेच दी गई। जमीन के लिए 11 मई को ही दीप नारायण के खाते में 2.5 करोड़ रुपए आरटीजीएस भी किए गए हैं।
बड़ी बात यह है कि दीप नारायण और श्रीरामजन्मभूमि ट्रस्ट के बीच हुई डील में गवाह भी अनिल मिश्रा ही हैं। अनिल मिश्रा ट्रस्ट से जुड़े हुए हैं और विवादों में आई पहली डील में भी वे मेयर ऋषिकेश उपाध्याय के साथ गवाह हैं।
वहीं दीप नारायण भारतीय जनता पार्टी के नेता हैं और अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय के सगे भांजे हैं। दीप नारायण अपने फेसबुक अकाउंट पर खुद को बीजेपी का ‘सक्रिय कार्यकर्ता’ बताते हैं। उनके फेसबुक पर ज़्यादातर तस्वीरें ऋषिकेश उपाध्याय की हैं।
इस खुलासे से पहले श्रीरामजन्मभूमि क्षेत्र ट्रस्ट उस समय विवादों में आ गया था जब आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और अयोध्या के पूर्व सपा विधायक पवन पांडे ने आरोप लगाया था कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने संस्था के सदस्य अनिल मिश्रा की मदद से दो करोड़ रुपए कीमत वाली जमीन 18 करोड़ रुपये में खरीदी है। सांसद का कहना था कि सरकार को जमीन खरीद की सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय से जांच कराना चाहिए।
वही श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने आरोपों को बेबुनियाद बताया था। ट्रस्ट ने अपनी सफाई में कहा था कि जमीन की कीमत दो करोड़ से 18.5 करोड़ दस मिनट में नहीं बल्कि दस सालों में हुई है। ट्रस्ट ने जो जमीन खरीदी है उसका ‘एग्रीमेंट टू सेल’ पहले ही हो चुका था। ट्रस्ट ने यह भी कहा है कि जमीन सड़क से करीब है और यही रास्ता राम जन्मभूमि मंदिर तक जाने वाला है। इस जमीन को 1,423 रुपये प्रति वर्ग फुट पर खरीदा गया है जो बाजार की कीमत से काफी कम है।