EC की PC: सियासी दलों के लिए बेहद अहम आज का दिन, जानिए क्यों?
चुनाव आयोग आज शाम 4 राज्यों पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, असम के साथ केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में चुनाव तारीखों का ऐलान कर सकता है।
Ashok Chaturvedi
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) देश की सियासत के लिए शुक्रवार का दिन बेहद अहम साबित होने जा रहा है। चुनाव आयोग आज शाम प्रेस काॅन्फ्रेंस करने जा रहा है। माना जा रहा है कि इसमें पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, असम और पुडुचेरी विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान किया जा सकता है। उत्तर भारत में जबर्दस्त सफलता हासिल कर चुकी भाजपा दक्षिण के चार राज्यों में पहली बार पूरी ताकत से मैदान में है। ऐसे में ये चुनाव दक्षिण के साथ देश की सियासत के लिए बेहद अहम होंगे।
असम में भाजपा की सत्ता है। पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनावों के परिणामों से उत्साहित भाजपा इस बार ममता बैनर्जी को कड़ी टक्कर देती नजर आ रही है। वहीं तमिलनाडु में एआईडीएमके की सरकार है और इस बार भाजपा एआईडीएमके के साथ चुनाव मैदान मे उतरेगी।
वहीं केरल में अभी वाममोर्चा की सरकार है। यहां भी भाजपा इस बार पूरी ताकत दिखाने को तैयार है। सबरीमाला मंदिर से भाजपा ने यहां पैठ बनानी प्रांरभ की थी। हाल ही में मेट्रोमैन के नाम से मशहूर इंजीनियर ई श्रीधरन भी भाजपा के साथ हो चुके हैं। दूसरी ओर पुडुचेरी में नारायणसामी के इस्तीफे के बाद टूटी कांग्रेस ने भाजपा को मजबूत किया है।
इन पांच राज्यों में से अकेले असम में भाजपा की सरकार है। यहां मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल पर सरकार की वापिसी का दबाव है। बीते चुनाव में भाजपा ने यहां बड़ी जीत दर्ज कर सरकार बनाई थी।
दूसरी ओर ममता बैनर्जी की टीएमसी और केरल में वाममोर्चे के अलावा तमिलनाडु में द्रविड़ राजनीति का भविष्य क्या होगा? यह चुनाव नतीजों पर ही निर्भर करेगा। सबसे ज्यादा निगाह तो ममता बैनर्जी के किले पश्चिम बंगाल पर ही है।
यदि बात कांग्रेस की हो तो कांग्रेस के लिए केरल में सर्वाधिक संभावनाएं नजर आ रही हैं। इसके अलावा डीएमके के साथ उसका गठबंधन तमिलनाडु में सत्ता परिवर्तन कर पाएगा या नहीं यह चुनाव नतीजों के बाद ही साफ होगा। वहीं असम में कांग्रेस सर्वानंद सोनोवाल की सत्ता को चुनौती देने में कितनी सक्षम है और पुडुचेरी में कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद लगे झटके से पार्टी उबर पाती है या नहीं यह देखना भी दिलचस्प होगा।