संसद में बोली सरकार- ‘स्विस बैंकों में कितना काला धन गया, कोई अनुमान नहीं’
बीते दस सालों में स्विस बैंक में कितना काला धन जमा हुआ इसका केंद्र सरकार को कोई अनुमान नहीं है।
Ashok Chaturvedi
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर करोड़ों भाजपा कार्यकर्ता खुद को चौकीदार बताते भले ही न थके हों लेकिन बीते दस सालों में स्विस बैंक में कितना काला धन जमा हुआ इसका केंद्र सरकार को कोई अनुमान नहीं है। यह जानकारी स्वयं केंद्र सरकार के वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने संसद में दी है।
मानसून सत्र में सरकार ने यह जवाब कांग्रेस के सांसद विंसेंट एच पाला के सवाल के जवाब में दिया। पाला ने सरकार ये जानकारी चाही थी कि बीते 10 सालों में स्विस बैंकों में कितना काला धन जमा हुआ है? इसके साथ ही उन्होंने सवाल किया था कि विदेशों से काला धन वापस लाने के लिए सरकार ने क्या कदम उठाए हैं? और कालेधन को लेकर कितने लोगों की गिरफ्तार किया गया है और कितने लोगों पर चार्जशीट दाखिल की गई है?
कांग्रेस सांसद विंसेंट एच पाला के इस सवाल का जवाब वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने दिया। उन्होंने लिखित जवाब में बताया कि बीते 10 सालों में स्विस बैंक में कितना काला धन जमा हुआ इसका कोई आधिकारिक अनुमान नहीं है। वित्त राज्य मंत्री ने बताया कि सरकार ने काला धन वापस लाने के लिए काफी प्रयास किए हैं और विदेशों में जमा काला धन वापस लाने के लिए कई कदम उठाए हैं।
गौरतलब है कि बीते दिनों कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने भी भारतीय नागरिकों और कंपनियों द्वारा स्विस बैंक में जमा की जाने वाली धनराशि को लेकर स्विस नेशनल बैंक द्वारा जारी आंकड़ों पर सरकार से सवाल किये थे। उन्होंने बताया था कि वर्ष 2020 में स्विस बैंकों में कुल जमा राशि साल 2019 की तुलना में बढ़कर 286 प्रतिशत हो गई और स्विस बैंकों में कुल जमा राशि 13 साल में सबसे ज्यादा है, जो साल 2007 के बाद सबसे ऊंचे स्तर पर है।
गौरव वल्लभ ने कहा था कि 2014 में सत्ता में आने से पहले भाजपा दावा करती थी कि भारतीयों ने 17.5 लाख करोड़ रुपए अकेले स्विट्जरलैंड के बैंकों में छिपाया हुआ है। भाजपा ने यह वादा भी किया कि विदेशी बैंकों में छिपाए गए इस काले धन को वापस लाया जाएगा और हर भारतीय को उसके खाते में 15 लाख रुपये मिलेंगे लेकिन पिछले 7 सालों में मोदी सरकार ‘बातों में महारत, काम में नदारद’ सरकार बन गई।