चमचागिरी के रिकॉर्ड ध्वस्त, क्या इसलिए कंगना को मिला पद्म सम्मान?
1947 में मिली आज़ादी को भीख बता ट्रोल हो रहीं बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत, हाल ही में मिले पद्मश्री सम्मान पर उठे सवाल।
Ashok Chaturvedi
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) हाल ही में पद्मश्री सम्मान से नवाजी गई बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत एक वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया के निशाने पर आ गई हैं। वीडियो में कंगना एक साक्षात्कार के दौरान यह कहती नज़र आ रही हैं कि 1947 में जो आजादी हमें मिली, वह तो भीख थी,असली आजादी तो 2014 में मिली है। सोशल मीडिया पर कंगना के इस बयान को लेकर गुस्सा दिखाई दे रहा है और उन्हें गिरफ्तार किये जाने की मांग की जा रही है।
इस बयान पर कंगना को न सिर्फ सरकारी चाटुकार कहा जा रहा है बल्कि यह भी कहा जा रहा है कि कंगना ने चमचागिरी के सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। साथ ही इसे आजादी के आंदोलन और लाखों बलिदान का अपमान बता कंगना को जेल में डालने की बात भी कही जा रही है।
वहीं कुछ यूजर्स ने कंगना के इस बयान को उनके दिए गए पद्मश्री सम्मान से भी जोड़ा है। यूजर्स यह कह रह हैं कि क्या कंगना को आजादी और बलिदान का अपमान करने के लिए ही पद्म सम्मान दिया गया है-
कंगना ने यह बात न्यूज चैनल टाइम्स नॉउ नवभारत को दिए इंटरव्यू के दौरान कही थी । उन्होंने यह भी कहा कि मुझे 2 नेशनल अवॉर्ड तब मिले, जब कांग्रेस का शासन था। जब मैं राष्ट्रवाद की बात करती हूं, आर्मी को बेहतर करने की बात करती हूं और अपनी संस्कृति को प्रमोट करती हूं तो लोग कहते हैं कि मैं बीजेपी का एजेंडा चला रही हूं।
गौरतलब है कि कंगना के साथ-साथ सिंगर अदनान सामी को भी पद्मश्री सम्मान मिला है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें इस सम्मान से नवाजा था। कंगना इस से पहले भी कई बार विवादित बयान दे चुकी हैं। वे सार्वजानिक रूप से खुद को प्रधानमंत्री का समर्थक भी बताती हैं। महाराष्ट्र सरकार से विवाद के बाद केंद्र सरकार ने कंगना को वाई प्लस कैटगिरी की सुरक्षा भी प्रदान की है।