सिद्धू की जीत-नए CM चरणजीत, कांग्रेस ने साधे एक तीर से दो निशाने
चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के नए मुख्यमंत्री। राज्यपाल को सौंपा विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा, सोमवार को शपथ।
Ashok Chaturvedi
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) नवजोत सिंह सिद्धू की पसंद चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के नए मुख्यमंत्री होंगे। नए सीएम की रेस में सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम लगभग तय होने के बाद अंतिम वक्त में पीछे छूट गया। रंधावा का नाम सिद्धू को नामंजूर था। अब दलित समुदाय से आने वाले चरणजीत सिंह सोमवार को शपथ लेंगे।
कांग्रेस विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद चरणजीत सिंह चन्नी राज्य के प्रभारी हरीश रावत, नवजोत सिंह सिद्धू और सुखजिंदर सिंह रंधावा के साथ राजभवन पहुंचे। चरणजीत सिंह चन्नी ने राज्यपाल को विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा है। सुखजिंदर सिंह रंधावा उप मुख्यमंत्री बनाये जा सकते हैं। उनके साथ ब्रह्म मोहिंद्रा को भी उप मुख्यमंत्री बनाये जाने की चर्चा है।
कांग्रेस का चरणजीत चन्नी को सिख के साथ दलित चेहरे के रूप में सामने लाना राज्य में मुख्य विपक्षी अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन की काट के रूप में देखा जा रहा है। अकाली दल ने दलित डिप्टी सीएम और भाजपा ने दलित CM बनाने का चुनावी वादा किया हुआ है। ऐसे में चन्नी के रूप में भाजपा ने सिख के साथ दलित चेहरे को कमान सौंप विपक्ष के सामने बड़ा दांव खेल दिया है।
साथ ही कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए नवजोत सिंह सिद्धू की पसंद को प्राथमिकता देकर पार्टी में फिलहाल टकराव की स्थिति को भी टाल दिया है। कैप्टन अमरिंदर भी नवजोत सिद्धू के विरोध में थे। चन्नी को चेहरा बना कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर को भी साधने का प्रयास किया है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने चरणजीत सिंह चन्नी को बधाई दी है-
इससे पहले विधायकों की फीडबैक के आधार पर सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम तय किये जाने की बात सामने आई थी। यह भी कहा जा रहा था कि पार्टी आलाकमान ने भी उनके नाम पर सहमति जता दी है लेकिन सुखजिंदर सिंह रंधावा के नाम पर नवजोत सिंह सिद्धू की नाराजगी सामने आने के बाद बाज़ी पलट गई। नए मुख्यमंत्री के लिए गांधी परिवार की पसंद के रूप में वरिष्ठ नेता अम्बिका सोनी का नाम भी लिया जा रहा था। हालाँकि अंबिका सोनी ने अपने स्वास्थ्य का हवाला देते पद लेने से इनकार कर दिया था और राज्य में सिख चेहरे को ही मुख्यमंत्री बनाये जाने का पक्ष लिया था।
गौरतलब है कि इस्तीफ़ा देने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नए मुख्यमंत्री के रूप में पंजाब कांग्रेस केअध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के नाम का विरोध किया था। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा था कि नवजोत सिंह सिद्धू एक अक्षम आदमी है, वह एक डिजास्टर साबित होगा। मैं अगले सीएम चेहरे के लिए उसके नाम का विरोध करूंगा। उसका संबंध पाकिस्तान से है और यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा होगा। इसके बाद से यह तय माना जा रहा था कि सिद्धू सीएम पद की रेस से बाहर हो चुके हैं।