इंदौर की एक महिला द्वारा धनजंय मुंडे पर रेप के आरोप लगाए जाने के बाद भी धनंजय मुंडे मंत्री पद पर बने रहेंगे।
Ashok Chaturvedi
धनंजय मुंडे
मुंबई (जोशहोश डेस्क) महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री धनंजय मुंडे (Dhananjay Munde) को बड़ी राहत मिली है। इंदौर की एक महिला द्वारा धनजंय मुंडे (Dhananjay Munde) पर रेप के आरोप लगाए जाने के बाद भी धनंजय मुंडे मंत्री पद पर बने रहेंगे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की कोर कमेटी ने धनंजय मुंडे (Dhananjay Munde) को अभी मंत्री पद पर बनाए रखने का फैसला लिया है।
कमेटी की बैठक देर रात हुई। बैठक में पार्टी अध्यक्ष शरद पवार, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल और वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल सहित राकांपा के कई शीर्ष नेताओं ने भाग लिया कमेटी के फैसले के बाद धनंजय के मंत्री पद पर अब कोई खतरा नहीं है।
गौरतलब है कि इंदौर की एक महिला ने मुंबई पुलिस को आवेदन देकर धनंजय पर रेप का आरोप लगाया था। महिला धनंजय मुंडे की रिश्तेदार है। आरोपों पर सफाई देते हुए मुुंडे ने इसे सहमति से बनाए गए संबंध बताते हुए कहा था कि महिला इतने सालों बाद अब ब्लैकमेल करने पर उतारू है। वही महिला के आरोपों के बाद विपक्ष धनंजय मुंडे से इस्तीफे की मांग कर रहा था।
युवती ने मुंबई पुलिस को लिखे पत्र में बताया है कि धनंजय मुंडे के साथ उसकी बहन का विवाह हुआ था। विवाह के दौरान ही युवती की भी धनंजय से मुलाकात हुई थी। युवती के मुताबिक साल 2006 में उसकी बहन को डिलेवरी होना थी इस दौरान वह घर में अकेली थी और तब एक रात धनजंय मुुंडे ने उसके साथ जबर्दस्ती की और वीडियो भी बनाया। इसके बाद हर दो तीन दिन में धनंजय उसके साथ ऐसा करने लगे।
कौन हैं धनंजय मुंडे
महाराष्ट्र के दिग्गज नेता रहे गोपीनाथ मुंडे के भतीजे धनंजय मुंडे राष्टवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक और उद्ध्व सरकार में सामाजिक न्याय मंत्री हैं। बीते विधानसभा चुनाव में धनंजय अपनी चचेरी बहन और भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्टीय अध्यक्ष पंकजा मुंडे को हराकर विधायक बने थे। धनंजय ने भी भारतीय जनता युवा मोर्चा के साथ अपना सियासी सफरशुरू किया था लेकिन साल 2012 में उन्होंने शरद पवार की पार्टी एनसीपी ज्वाइन कर ली थी। एनसीपी ने उन्हें बीते विधानसभा चुनाव में पंकजा मुंडे के खिलाफ ही चुनावी मैदान में उतारा था।