नया संसद भवन लोकार्पित, PM मोदी को कांग्रेस ने बताया आत्ममुग्ध तानाशाह

कांग्रेस के संचार महासचिव जयराम रमेश ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा

नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) देश के नए संसद भवन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकार्पित किया। रविवार को अधीनम मठ के पुजारियों ने संसद के नए भवन में पीएम मोदी को सेंगोल सौंपा। प्रधानमंत्री ने दंडवत प्रणाम के बाद इसे संसद में स्पीकर की कुर्सी के बगल स्थापित किया। वहीं कांग्रेस समेत 21 विपक्षी दलों के लोकार्पण समारोह का बहिष्कार किया।

विपक्षी दल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से नए संसद भवन का उद्घाटन कराने की मांग कर रहे थे। इसे लेकर कांग्रेस समेत 21 विपक्षी दलों के समारोह का बहिष्कार भी किया। विपक्ष का कहना है कि जिस तरह से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पूरी तरह से दरकिनार करते हुए जिस तरह से नई संसद बिल्डिंग का उद्घाटन प्रधानमंत्री से कराने का निर्णय लिया गया, वह शीर्ष पद का न केवल अपमान है, बल्कि लोकतंत्र पर सीधा हमला है।

इधर भवन के लोकार्पण और लोकार्पण के लिए तय तिथि 28 मई को लेकर कांग्रेस के संचार महासचिव जयराम रमेश ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने 28 मई को देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के अंतिम संस्कार और दामोदर सावरकर के जन्मदिन का तथ्य रखा। साथ ही जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री मोदी को आत्ममुग्ध तानाशाह तक बताया।

https://twitter.com/Jairam_Ramesh/status/1662668005258723331?s=20

जयराम रमेश ने लिखा-

28 मई को आज के दिन:

  1. नेहरू, जिन्होंने भारत में संसदीय लोकतंत्र को मज़बूत करने के लिए सबसे अधिक काम किया, उनका 1964 में अंतिम संस्कार किया गया था।
  2. सावरकर, जिसकी विचारधारा ने ऐसा माहौल बनाया जो महात्मा गांधी की हत्या का कारण बना, उसका जन्म 1883 में हुआ था।
  3. राष्ट्रपति, जो इस पद पर बैठने वाली पहली आदिवासी हैं, उन्हें अपने संवैधानिक कर्तव्यों को निभाने नहीं दिया जा रहा है। उन्हें 2023 में नए संसद भवन के उद्घाटन की इजाज़त नहीं दी गई।
  4. एक आत्ममुग्ध तानाशाह प्रधानमंत्री, जिसे संसदीय प्रक्रियाओं से नफ़रत है, जो संसद में कम ही उपस्थित रहता है या कार्यवाहियों में भाग लेता है, 2023 में नए संसद भवन का उद्घाटन कर रहा है।
  5. तथ्यों को Distorians द्वारा तोड़-मरोड़ कर पेश करना और मीडिया का ढोल पीटना 2023 में गिरावट का सबसे नीचला स्तर है।

वहीं नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद सर्वधर्म प्रार्थना का आयोजन किया गया। अलग-अलग धर्म के धर्मगुरुओं ने प्रार्थना की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद भवन के निर्माण में काम करने वाले श्रमिकों को सम्मानित किया। पीएम मोदी ने सेंगोल के साथ संसद के नए भवन में प्रवेश किया। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद रहे।

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