पेट्रोल-डीज़ल लगातार चौथे दिन महंगा, अब UP चुनाव से ही आस
शनिवार को पेट्रोल-डीज़ल की कीमत में 35-35 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई।
Ashok Chaturvedi
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आज फिर इजाफा हुआ। यह लगातार चौथा दिन है जब पेट्रोल डीजल की कीमतें बढ़ी हैं। वहीं सोशल मीडिया में कहा जा रहा है कि अब पेट्रोल डीजल की कीमतों में हो रहा इजाफा तब ही रुक पायेगा जब यूपी में विधानसभा चुनाव होंगे।
तेल कंपनियों ने फिर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की। शनिवार को पेट्रोल-डीज़ल की कीमत में 35-35 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई। अब देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 107.24 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 95.97 रुपये प्रति लीटर हो गई।
मध्यप्रदेश के बालाघाट में पेट्रोल 118.25 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गया वहीं डीजल के लिए 107.46 रुपये प्रति लीटर चुकाने पड़ रहे हैं। मध्यप्रदेश में पेट्रोल-डीज़ल की यह सर्वाधिक कीमत है। राजधानी भोपाल में पेट्रोल 115.90 और डीज़ल 105.27 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
पेट्रोल-डीजल की आसमान छू रही कीमतों से आम जनता त्रस्त है। विद्यानसभा चुनावों के दौरान पेट्रोल-डीजल कीमतों में मिली राहतों के अनुभव को देख कहा जाने लगा है कि अब उत्तरप्रदेश के चुनाव के समय ही राहत मिलेगी। यह देखा गया है कि चुनाव के दौरान पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं बढ़ाये जाते हैं।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में विधान सभा चुनाव के दौरान लगातार 18वां दिन तक पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई इजाफा नहीं हुआ था। वहीं पश्चिम बंगाल में चुनाव नतीजे आते ही पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी हो गई थी।
ऐसा ही कुछ बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान हुआ था। साल 2020 में 28 अक्टूबर से 7 नवंबर के दौरान बिहार विधानसभा के चुनाव हुए थे और 10 नवंबर को नतीजे आए थे। इस दौरान 2 सितंबर से 19 नवंबर के बीच पेट्रोल-डीजल के स्थिर रहे। फिर 20 नवंबर से 7 दिसंबर तक 15 बार दाम बढ़ाये गए थे। यानी
दिल्ली चुनाव विधानसभा के दौरान भी 2020 के शुरुआत में 12 जनवरी से 23 फरवरी तक पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं बढ़े थे। इसके अलावा 2018 में मई के कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले भी तेल कंपनियों ने लगातार 19 दिनों तक कीमतों में कोई बदलाव नहीं किए, जबकि उस दौरान कच्चे तेल की कीमतें 5 डॉलर प्रति बैरल तक बढ़ी थीं।