कोरोना ग्रस्त माँ को ठीक इलाज न मिलने के कारण प्रधानमंत्री का इस्तीफा
Sangam Dubey
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) एक गर्भवती महिला के लिए सरकारी अस्पताल में ठीक से इलाज ना मिलने के आरोपों के चलते मंगोलिया के प्रधानमंत्री खुरलसुख उखाना ने बृहस्पतिवार को इस्तीफा दे दिया।
प्रधानमंत्री ने नैतिक आधार पर इसलिए इस्तीफा दे दिया क्योंकि उनके देश में यहां एक अस्पताल में एक नवजात की मां को माइनस 25 डिग्री तापमान में एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया गया।
कोरोना पीड़ित नवजात की मां की तस्वीरें जैसे ही देश के टेलीविजन और सोशल मीडिया नेटवर्क पर जारी हुई, जिसमें एक मां नवजात बच्चे को लेकर दूसरे अस्पताल जा रही थी। वह भी साधारण से अस्पताल के कपड़ों और प्लास्टिक की स्लीपर पहने हुए। इन तस्वीरों के सामने आने के बाद लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया ।
इस विषय से पूरे मंगोलिया के नागरिक बहुत उद्वेलित हुए और उन्होंने अस्पताल की खराब व्यवस्था को प्रधानमंत्री की कमजोरी माना। लोगों का मानना था कि प्रधानमंत्री लोगों को अच्छा स्वास्थ्य और अच्छी अस्पतालें नहीं दे पा रहे हैं इसलिए उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। केवल एक नवजात शिशु की मां की इस दशा पर जिस तरह से पूरे मंगोलिया में लोगों ने अपने प्रधानमंत्री को घेरा वाह अपने आप में एक जागृत समाज का उदाहरण है।
यह हुआ था कि एक महिला को सरकारी अस्पताल में प्रसव के दौरान भर्ती कराया गया था जांच के समय पता चला कि वह कोविड-19 से भी पीड़ित है। जब उसका बच्चा पैदा हुआ तब डॉक्टरों ने तय किया कि उसे कोविड की विशेष अस्पताल में स्थानांतरित किया जाए, लेकिन स्थानांतरण करते समय उस महिला को विधिवत एंबुलेंस नसीब नहीं हुई और वह पैदल ही एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल की तरफ माइनस 25 डिग्री के तापमान में निकल पड़ी। यह वीडियो जब वायरल हुआ तो पूरे देश का गुस्सा फूट पड़ा। प्रधानमंत्री भी इस घटना से बहुत शर्मिंदा हुए और उन्होंने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया ।
अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी एएफ़पी को प्रधानमंत्री ने एक बयान में बताया कि “यह सचमुच में बहुत हृदय विदारक था कि किस तरह से एक महिला का इलाज सरकारी अस्पताल में किया गया प्रधानमंत्री के तौर पर मुझे जिम्मेदारी लेना चाहिए इसलिए मैं इस्तीफा दे रहा हूं।
मंगोलिया में कोरोना केस
वेबसाइट वर्ल्डोमीटर के मुताबिक मंगोलिया में अब तक कोरोना वायरस के सिर्फ 1584 मामले ही आए हैं। इस महामारी से वहां अब तक सिर्फ दो लोगों की मौत हुई है। वहीं अब तक एक हजार 46 लोग ठीक भी हो चुके हैं। जबकि 536 लोगों का इलाज जारी है। कोरोना महामारी से ग्रसित देशों की सूची में मंगोलिया 173वें नंबर पर है।