कैप्टन सतीश शर्मा की अंतिम यात्रा में पहुंचे राहुल गांधी, दिया कंधा
Sangam Dubey
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के दोस्त कैप्टन सतीश शर्मा का बुधवार को गोवा में निधन हो गया। उनकी अंतिम यात्रा पर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नंगे पैर उनके पार्थिव शरीर को कंधा दिया।
सतीश शर्मा 73 वर्ष के थे। वह कैंसर से पीड़ित थे और पिछले कुछ समय से बीमार थे।
राजीव गांधी की हत्या के बाद चुनाव लड़ा
1991 में राजीव गांधी की हत्या के बाद अमेठी के संसदीय क्षेत्र में कैप्टन सतीश शर्मा को चुनाव में उतारा गया था। इस चुनाव में उन्होंने रिकार्ड मतों से जीत दर्ज की थी। पीवी नरसिम्हा राव की सरकार के दौरान 1993 में कैप्टन शर्मा केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री भी बने। इसके बाद उन्होंने 1996 में फिर से अमेठी का सांसद चुना गया। लेकिन 1998 में संजय सिंह उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 2004 में राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव लड़ने के कारण उन्हें सीट छोड़नी पड़ी थी और उन्होंने तब सुलतानपुर से चुनाव लड़ा। जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
आंध्र प्रदेश के सिकंदराबाद में हुआ था जन्म
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के निकट सहयोगी रहे सतीश शर्मा का जन्म आंध्र प्रदेस के सिकंदराबाद में 11 अक्टूबर 1947 को हुआ था। इसके बाद सतीश शर्मा एक पेशेवर कमर्शियल पायलट बने। वह तीन बार लोकसभा सदस्य चुने गए थे। इसके साथ ही वह तीन बार राज्यसभा सदस्य भी बने। उन्होंने संजय गांधी की मौत के बाद राजनीति में कदम रखा था।