पत्रकारों से बेबाक सवाल, क्या नई राजनीति को जन्म दे रहे राहुल गांधी?

सोशल मीडिया की सुर्ख़ियों में राहुल गांधी का बेबाक सवाल

नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) पांच राज्यों में चुनावी तारीखों के ऐलान के ठीक बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का जातीय जनगणना के पक्ष में पूरी ताकत से उतरना भविष्य की राजनीति के लिए अहम माना जा रहा है। जिस तरह मीडिया से चर्चा में राहुल गांधी ने पत्रकारों से ही जातीय जनगणना पर दो टूक सवाल पूछा उसके बाद यह कहा जा रहा है कि राहुल गांधी नई राजनीति को जन्म देने जा रहे हैं।

दरअसल चुनाव आयोग ने सोमवार को पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों की घोषणा की। तारीखों के ऐलान के साथ ही दिल्ली के एआईसीसी के कार्यालय में कांग्रेस के कार्य समिति की अहम बैठक भी चल रही थी। बैठक के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया था।

मीडिया से चर्चा में राहुल गांधी ने बताया कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने जातिगत जनगणना को लेकर सर्वसम्मति से फैसला लिया है। राहुल गांधी ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान के मुख्‍यमंत्री भी अपने राज्‍यों में जात‍ि आधार‍ित गणना का काम कराएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जब हम वायदा करते हैं तो हम वायदे को तोड़ते नहीं हैं। आज देश जातीय जनगणना चाहता है।

इस दौरान मीडिया ने जातिगत जनगणना के औचित्य पर भी सवाल उठाये। राहुल गांधी ने इस सवालों के तार्किक उत्तर भी दिए। इस बीच एक अप्रत्याशित घटनाक्रम के तहत राहुल गांधी ने पत्रकारों की तरफ ही सवाल दाग दिया। प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने पत्रकारों से पूछा- आपमें से कितने OBC, कितने SC कितनी ST हैं ? बड़ी बात यह है कि इस सवाल के जवाब में एक भी हाथ नहीं उठा।

राहुल गांधी का यह बेबाक सवाल की सोशल मीडिया की सुर्ख़ियों में है। कहा यह जा रहा है कि ये सवाल मीडिया को सिर्फ झटका नहीं, भविष्य का सवाल है ? इससे नेता और पत्रकार दोनों बैचेन होंगे राहुल गांधी नई राजनीति को जन्म देने जा रहे हैं

https://x.com/parvezahmadj/status/1711435355206148370?s=20

कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा-

https://x.com/SupriyaShrinate/status/1711344831463838070?s=20

प्रेस कांफ्रेंस का कमरा पत्रकारों से खचाखच भरा हुआ था. राहुल जी से जातिगत जनगणना पर एक सवाल पूछा गया- जवाब में उन्होंने पूछा

उनका जवाब साफ़ था – यही कारण है कि जाति जनगणना की आवश्यकता है, सच्चाई जानने के लिए।

जातीय जनगणना को धर्म की राजनीति की काट के रूप में देखे जाने को लेकर पूछे गए सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि ये जाति और धर्म की बात नहीं है। ये गरीबी की बात है। हिंदुस्तान के ओबीसी, दलित, आदिवासी और गरीब लोगों के लिए ये काम किया जा रहा है। आज दो हिंदुस्तान बन रहे हैं, एक अडानी जी वाला और दूसरा सबका। जातीय जनगणना से साफ हो जायेगा कि हिंदुस्तान में लोग कितने हैं, कौन हैं?

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