नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) CDS बिपिन रावत के निधन से देश स्तब्ध है। वहीं इस परिस्थिति में भी नफरत के कारोबारी बाज नहीं आ रहे। सोशल मीडिया पर बिपिन रावत की मौत को लेकर पत्रकार रवीश कुमार के नाम से जमकर दुष्प्रचार किया जा रहा है। इस दुष्प्रचार ने साबित कर दिया कर संवदेनशीलता के परे नफरत फैलाने वाले किस हद तक जा सकते हैं।
दरअसल तमिलनाडु में हैलीकाप्टर हादसे में जनरल बिपिन रावत की मौत के बाद सोशल मीडिया पर पत्रकार रवीश कुमार के नाम से एक संदेश वायरल होने लगा। संदेश कुछ इस प्रकार था-
देखते ही देखते यह संदेश अलग अलग अकाउंट से प्रचारित और प्रसारित होने लगा। बड़ी बात यह है वायरल सन्देश में जो कुछ रवीश कुमार के नाम से कहा गया वो उन्होंने कहा ही नहीं था। रवीश कुमार तक भी यह भ्रामक संदेश पहुंचा। उन्होंने व्हाट्सऐप पर अपने एक शुभचिंतक को इस संदेश को लेकर जवाब दिया-
रवीश ने फेसबुक पर भी दुष्प्रचार के इस झूठतंत्र से आगाह किया और लिखा–
भारत के प्रथम प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत का निधन राष्ट्रीय शोक का विषय है। देश के रक्षा तंत्र को इतना बड़ा नुक़सान हुआ है। इस मौक़े पर भी नफ़रती ट्रोल मुझे लेकर जनरल बिपिन रावत के निधन के बहाने निशाना बना रहे हैं। कह रहे हैं कि मैंने जरनल रावत की पत्नी मधुलिका रावत को लेकर कुछ आपत्तिजनक लिखा है। जबकि वे कभी नहीं बताते कि मैंने कहां लिखा है। मैंने लिखा ही नहीं है तो कहां से देंगे। लेकिन फिर भी मेरा नाम लेकर देश भर में झूठ फैलाया जा रहा है। अभिसार शर्मा ने अपने यू ट्यूब चैनल के ज़रिए मेरा काम आसान किया है वरना मैं कहां कहां अपनी बात पहुँचा सकता। हैरानी की बात है कि ट्रोल करने वाले ये लोग इतने भी सामान्य नहीं है। आप सोचिए इस झूठ तंत्र के झोंके में आकर इस तंत्र का समर्थन कर रहे हैं। मतलब वो आपको बेवकूफ समझता है, बेवकूफ बनाता है और आप बेवकूफ बन रहे हैं। एक बार देख लीजिएगा।
सोशल मीडिया पर यह संदेश भी प्रचारित किया गया कि जनरल बिपिन रावत के निधन पर रवीश कुमार ने चुप्पी धारण कर रखी है जबकि रवीश फेसबुक पेज पर बिपिन रावत समेत अन्य सैन्यकर्मियों को श्रदधांजलि दे चुके थे। रवीश कुमार ने जो फेसबुक पर लिखा पर कुछ इस तरह है-
प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत के निधन की ख़बर झकझोरने वाली है। तीन तीन सेनाओं के प्रमुख का हेलिकाप्टर क्रैश कर जाए इस बात की सूचना ने सरकार और रक्षा प्रतिष्ठानों को सिहरा दिया होगा। Mi सीरीज़ का यह हेलिकॉप्टर बेहद भरोसेमंद माना जाता है। दुर्घटना के कारणों का पता सरकार लगाएगी ही लेकिन इस दुर्घटना ने आज दिन भर साँसों को थामे रखा। दुर्घटना स्थल की हालत देखकर शाम होते होते उम्मीद टूटने लगी। अंत में भारतीय वायु सेना ने ख़बर की औपचारिक घोषणा कर ही दी। इस दुर्घटना में जनरल रावत की जीवन साथी मधुलिका रावत भी नहीं बच सकीं। वे कैंसर के लिए काम करती थीं। इस हेलिकाप्टर में ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, SM,VSM,लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बी साई तेजा और हवलदार सतपाल भी सवार थे। सभी की मौत हो चुकी है। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह गंभीर रुप से घायल हैं और उनका इलाज चल रहा है। उनकी बेहतरी के लिए प्रार्थना है। सैनिक परिवारों के लिए ये हादसे न जाने कितनी स्मृतियों को कुरेद जाते होंगे। बेहद दुखद ख़बर है।
दूसरी ओर पत्रकार अभिसार ने भी यू ट्यूब चैनल पर इस दुष्प्रचार पर एक रिपोर्ट दिखाई। अभिसार शर्मा ने बताया कि दुष्प्रचार कर रहे कुछ यूजर्स की तो भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेताओं के साथ तस्वीरें तक हैं-
सवाल यह है कि आखिर इतने संवेदनशील मुद्दे पर भी दुष्प्रचार के माध्यम से रवीश कुमार को टारगेट क्यों किया गया? आखिर क्यों रवीश कुमार को लेकर नफरत फैलाई जा रही है? और आखिर देश की जनता के बीच एक पत्रकार को खलनायक क्यों बनाया जा रहा है?
शायद सरकार से बेबाक और बेखौफ सवाल पूछना ही इसका कारण है।