अडानी-हिंडनबर्ग मामले पर SC ने गठित की एक्सपर्ट कमेटी, 2 महीने में रिपोर्ट देगी SEBI

जस्टिस अभय मनोहर सप्रे की अध्यक्षता में कमेटी गठित

नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) उद्योगपति अडानी-हिंडनबर्ग केस की जांच को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया है। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में पूर्व जस्टिस अभय मनोहर सप्रे की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर दी। इसमें बैंकर केवी कामथ और ओपी भट, इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणि, ओपी भट और पूर्व जज जेपी देवधर भी शामिल होंगे।

साथ ही सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने सुनवाई के दौरान कहा कि बाजार नियामक सेबी (SEBI) अपनी चल रही जांच को दो महीने में पूरा करे और एक स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करे। सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को यह भी जांच करने का निर्देश दिया कि क्या नियमों का उल्लंघन हुआ है? और क्या स्टॉक की कीमतों में कोई हेरफेर किया गया था?

सुप्रीम कोर्ट ने साथ ही केंद्र सरकार, वित्तीय सांविधिक निकायों, सेबी चेयरपर्सन को समिति को जांच में पूरा सहयोग देने का निर्देश दिया। इस माले में सुप्रीम कोर्ट ने 17 फरवरी को फैसला सुरक्षित रखते हुए प्रस्तावित विशेषज्ञ पैनल पर केंद्र के सुझाव को सीलबंद लिफाफे में स्वीकार करने से इनकार कर दिया था।

इस मुद्दे पर शीर्ष अदालत में अब तक चार जनहित याचिकाएं दायर की गई हैं. वकील एमएल शर्मा, विशाल तिवारी, कांग्रेस नेता जया ठाकुर और खुद को सामाजिक कार्यकर्ता बताने वाले मुकेश कुमार ने ये याचिकाएं दायर की हैं।

गौरतलब है कि ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ द्वारा अडानी समूह के खिलाफ कई आरोप लगाए जाने के बाद, समूह के शेयरों की कीमतों में काफी गिरावट आई है। अपनी रिपोर्ट में हिंडनबर्ग ने अडानी समूह पर मार्केट में हेरफेर और अकाउंट में धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। हालांकि, समूह ने उसके खिलाफ लगाए गए आरोपों को खारिज किया है।

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