खड़गे नए कांग्रेस अध्यक्ष, लोकतंत्र में भरोसे की जीत और वंशवाद का जवाब
मल्लिकार्जुन खड़गे 7897 वोट मिले वहीं शशि थरूर को 1072 वोट मिले जबकि 416 वोट रद्द हुए।
Ashok Chaturvedi
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे का कांग्रेस के अध्यक्ष चुन लिए गए। सोमवार को अध्यक्ष पद के लिए कुल 9385 कांग्रेस डेलीगेट्स ने मतदान किया था। मतदान का परिणाम बुधवार को सामने आया। खड़गे को 7897 वोट मिले वहीं शशि थरूर को 1072 वोट मिले जबकि 416 वोट रद्द हुए। इस तरह से मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के नए अध्यक्ष चुन लिए गए हैं।
नतीजों के बाद कांग्रेस मुख्यालय के बाहर खड़गे की जीत का जश्न शुरू हो गया। मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी समर्थन के लिए कांग्रेस नेताओं का शुक्रिया अदा किया। वहीं शशि थरूर ने भी मल्लिकार्जुन खड़गे को जीत की बधाई देते हुए लिखा- यह एक बड़ा सम्मान और एक बड़ी जिम्मेदारी है’
अध्यक्ष पद पर खड़गे की जीत देश के सियासी दलों में दम तोड़ते आंतरिक लोकतंत्र के लिए एक मिसाल है। कांग्रेस ने अपने आंतरिक लोकतंत्र को इस चुनाव से न सिर्फ मजबूत किया बल्कि देश के दूसरे सियासी दलों को आइना भी दिखाया है।
बड़ी बात यह है कि जब कांगेस के अध्यक्ष निवार्चन की प्रकिया चल रही थी तब दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करने वाली भाजपा ने किसी चुनावी प्रक्रिया के चुने गए अपने अध्यक्ष जेपी नड्डा के कार्यकाल को विस्तार दिया था। यही नहीं इस बीच समाजवादी पार्टी में भी बिना किसी लोकतांत्रिक प्रक्रिया से अध्यक्ष बने अखिलेश यादव के कार्यकाल को बढ़ाया गया।
खड़गे का निर्वाचन कांग्रेस पर वंशवाद का आरोप लगाने वालों को भी करारा जवाब माना जा रहा है। खड़गे के चुने जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए भारत जोड़ो यात्रा पर निकले राहुल गांधी ने कहा है कि अब मुझे भी खड़गे जी की निर्देश पर ही काम करना है। यही नहीं मतदान के दौरान पूरा गांधी परिवार लाइन में लग वोट डालता भी नजर आया। देश के किसी भी दल में ऐसी तस्वीर अब तक के राजनीतिक इतिहास में कभी नहीं देखी गई है।