‘उठो लाल अब आँखे खोलो, डीज़ल-पेट्रोल से मुंह धोकर काले धन पर कुछ तो बोलो’
समाजसेवी अन्ना हजारे रविवार को सोशल मीडिया पर ट्रोल होते रहे।
Ashok Chaturvedi
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) यूपीए सरकार के दौरान लोकपाल आंदोलन से सुर्खियों में आए समाजसेवी अन्ना हजारे रविवार को सोशल मीडिया पर ट्रोल होते रहे। आठ महीने से चल रहे किसान आंदोलन और बढ़ती मंहगाई के साथ पेट्रोल-डीजल के आसमान छू रहे दामों पर अन्ना हजारे की चुप्पी के कारण यूजर्स ने उन्हें खरी खोटी सुनाई।
कांग्रेस नेता ने भी आचार्य प्रमोद ने भी अन्ना हजारे की तस्वीर पोस्ट की और लिखा-उठो लाल अब आँखे” खोलो, डीज़ल-पेट्रोल से मुंह धोकर काले धन पर “कुछ” तो बोलो-
कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी ने अन्ना हजारे को आरआरएस का राजदुलारा बताते हुए कटाक्ष किया-
पत्रकार मनीष दीक्षित ने लिखा-
वर्ष 1992 में पद्मविभूषण पुरस्कार से नवाजे गए अन्ना हजारे ने अप्रैल 2011 में जनलोकपाल विधेयक के लिए दिल्ली के जंतर मंतर पर अनशन किया था। उनके अनशन के साथ ही लोकपाल आंदोलन देशव्यापी हो गया था। अन्ना के इस आंदोलन को लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस विरोधी माहौल बनाने में अहम माना जाता है। यह भी कहा जाता है कि अन्ना हजारे का यह आंदोलन प्रायोजित था।