थाईलैंड से लखनऊ बुलाई गई काॅलगर्ल की कोरोना से मौत, BJP कनेक्शन से गर्माई सियासत
मामले में भाजपा सांसद संजय सेठ के बेटे का नाम आने से उत्तर प्रदेश की सियासत में तूफान आ गया है।
Ashok Chaturvedi
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भाजपा सांसद संजय सेठ (आईपी सिंह द्वारा ट्वीट तस्वीर)
लखनऊ (जोशहोश डेस्क) थाईलैंड की एक काॅलगर्ल की लखनऊ में कोरोना से मौत के बाद उत्तर प्रदेश की सियासत गर्मा गई है। काॅलगर्ल को साल लाख में लखनऊ बुलाया गया था। जहां कोरोना संक्रमित होने के बाद उसकी मौत हो गई। मामले में भाजपा सांसद संजय सेठ के बेटे का नाम आने से उत्तर प्रदेश की सियासत में तूफान आ गया है।
दैनिक जागरण की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लखनऊ के एक बड़े व्यापारी के बेटे ने थाईलैंड की एक काॅलगर्ल को साल लाख रुपए की डील कर बुलवाया था। उसे हजरतगंज इलाके मेें ठहराया गया था लेकिन जब इस युवती को कोरोना हो गया तो व्यापारी के बेटे ने हाथ खडे कर दिए। इसके बाद युवती को 28 अप्रैल को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां तीन मई को उसकी मौत हो गई।
युवती की मौत की सूचना थाईलैंड दूतावास को दी गई थी। थाईलैंड दूतावास की अनुमति पर युवती का अंतिम संस्कार कर दिया गया। बड़ी बात यह है कि युवती को किसने बुलाया? वो यहां क्यों आई? और कहां ठहरी? इन सवालों का जवाब देने से पुलिस बचती रही। जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस महकमा प्रदेश के सफेदपोश व्यापारी के बेटे की करतूतों पर पर्दा डालने का प्रयास कर रहा है।
अब समाजवादी पार्टी के राष्टीय प्रवक्ता आईपी सिंह के एक ट्वीट के बाद पूरा मामला सियासत से जुड़ गया। आईपी सिंह ने ट्वीट किया कि भाजपा सांसद संजय सेठ के बेटे पर गंभीर आरोप हैं। दुनिया भर में चल रही महात्रासदी के बीच थाईलैंड से एक काॅलगर्ल बुलाई गई। जिसकी कोरोना से मौत हो गई। क्या यूपी पुलिस में हिम्मत है? कार्रवाई करने की जांच करने की?
इस मामले में अब तक आरोपों के घेरे में आए सांसद सांसद संजय सेठ के बेटे की प्रतिक्रिया भी सामने नहीं आई है। वहीं इस मामले को लेकर विपक्ष हमलावर है। वहीं कोरोना काल में थाईलैंड से दिल्ली और फिर लखनऊ पहुँची युवती की स्थानीय स्तर पर कोई जानकारी न होने से कोरोना को लेकर प्रशासन की सक्रियता पर भी सवाल उठने लगे हैं।