पूर्व CJI रंजन गोगोई को गिरफ़्तार कर पूछताछ हो, क्या मोदी सरकार ने किया ब्लैकमेल ?
आप सांसद संजय सिंह ने रंजन गोगोई को गिरफ्तार कर उनसे ब्लैकमेलिंग को लेकर पूछताछ किये जाने की मांग की है।
Ashok Chaturvedi
(फाइल फोटो)
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) पैगासस प्रोजेक्ट में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई भी घिरते नज़र आ रहे हैं। पैगासस प्रोजेक्ट में रंजन गोगोई पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला से जुड़े 11 फ़ोन नंबर का खुलासा होने के बाद आप सांसद संजय सिंह ने रंजन गोगोई को गिरफ्तार कर उनसे ब्लैकमेलिंग को लेकर पूछताछ किये जाने की मांग की है।
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ट्वीट कर रंजन गोगाई को गिरफ़्तार किए जाने की मांग उठाई है उन्होंने ट्वीट में एक क्रोनोलाॅजी समझाते हुए लिखा कि –
क्रोनोलोजी समझ में आ गई ना। अप्रैल2019 में महिला ने रंजन गोगई पर यौन शोषण का आरोप लगाया। इसी महिला की फ़ोन टैपिंग शुरू हुई। नवम्बर 2019 में राफ़ेल दलाली के मामले गोगई ने क्लीन चिट दे दी। गोगई को गिरफ़्तार करके पूछताछ होनी चाहिये क्या उसे मोदी सरकार ने ब्लैकमेल किया?
पैगासस प्रोजेक्ट के खुलासे के बाद अब सोशल मीडिया पर भी रंजन गोगोई के राज्यसभा से इस्तीफे और उनके केस को दोबारा जांचने की मांग भी उठने लगी है-
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश रंजन गोगाई की पीठ ने राफेल के अलावा अयोध्या विवाद पर भी अहम फैसला सुनाया था। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पद से सेवानिवृत होने के बाद रंजन गोगोई को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया था जिस पर भी विवाद हुआ था।
गौरतलब है कि साल 2019 में तत्कालीन पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई पर उनकी जूनियर असिस्टेंट ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। जिसके बाद महिला ने सुप्रीम कोर्ट के 22 जजों को भेजी चिट्ठी में जस्टिस गोगोई पर यौन उत्पीड़न करने, इसके लिए राज़ी न होने पर नौकरी से हटाने और बाद में उन्हें और उनके परिवार को तरह-तरह से प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे।
इन आरोपों के बाद सुप्रीम कोर्ट की तीन न्यायाधीशों की आंतरिक समिति ने इस शिकायत की सुनवाई की थी, जिसमें जस्टिस रंजन गोगोई को क्लीनचिट दे दी गई थी। कमेटी ने कहा था जस्टिस गोगोई के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है।