उमा भारती ने चेताया: सालों में भी पूरा नहीं महीनों का काम, भुगतना पड़ेगा अंजाम

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने झांसी स्टेशन के दुरुस्तीकरण की धीमी रफ़्तार पर नाराजगी जताई है।

झांसी (जोशहोश डेस्क) भारतीय जनता पार्टी की फायरब्रांड नेता और मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने झांसी स्टेशन के दुरुस्तीकरण की धीमी रफ़्तार पर नाराजगी जताई है। उमा भारती ने रेलवे के अधिकारियों को जनता की परेशानी से अवगत भी कराया है। साथ ही उमा भारती ने चेताया है कि व्यवस्थाओं को जल्द दुरुस्त न किया गया तो भारी जनाक्रोश का सामना करना पड़ेगा।

उमा भारती अनत चर्तुदशी के मौके पर ओरछा में राम राजा के दरबार में दर्शन करने पहुंची थीं। ओरछा जाने के लिए जब वे झांसी स्टेशन पर उतरीं तो यहां विकास कार्यों की सुस्त रफ़्तार और अधिकारियों की लापरवाही सामने आई।

उमा भारती ने स्वयं सोशल मीडिया पर इसे शेयर किया-

उमा भारती ने लिखा कि झांसी में 3 साल पहले झांसी रेलवे स्टेशन के दुरस्तीकरण का कार्य प्रारंभ हुआ था उसमें से कुछ काम को तो कुछ महीनों में ही खत्म हो जाना था लेकिन काम अभी तक खत्म नहीं हुआ। इसके कारण यात्रियों को भारी असुविधा हो रही है।

उमा भारती ने यह भी लिखा कि पता नहीं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को इस घोर लापरवाही की खबर है या नहीं? पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने झांसी रेलवे स्टेशन के अधिकारियों के माध्यम से रेल मंत्रालय तक इस लापरवाही पर ध्यान आकर्षित किया और विकास कार्यों को जल्द पूरा किये जाने की बात कही। उन्होंने मौजूदा हालात को लेकर भारी जन आक्रोश का सामना करना की चेतावनी भी रेल अधिकारियों को दी।

उमा भारती की नाराजगी के बाद डीआरएम झांसी ने खेद जताते हुए स्टेशन के बचे हुए कामों को शीघ्र पूरा करने की बात कही है-

डीआरएम झांसी ने बताया कि प्लेटफार्म संख्या 2/3 पर अगस्त माह, 2021 में लिफ़्ट तथा रैम्प का उद्घाटन किया गया है। प्लेटफार्म पर एस्कलेटर पहले ही उपलब्ध है। प्लेटफार्म 4/5 पर फ़ुट ओवर ब्रिज उपलब्ध है तथा लिफ़्ट का कार्य शीघ्र पूर्ण कर लिया जाएगा। सरकुलेटिंग ऐरिया का उच्चीकरण भी तेज गति से पूर्ण किया जा रहा है।

गौरतलब है कि उमा भारती झांसी-ललितपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद रह चुकी हैं। साल 2014 में भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें इस सीट से उम्मीदवार बनाया था। यहां उन्होंने 5.75 लाख मत हासिल कर जीत हासिल की थी। उमा ने समाजवादी पार्टी के डा. चंद्रपाल सिंह यादव को 1.90 लाख वोटों के अंतर से हराया था।

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