हार पर बढ़ी तकरार: अब पूर्व मंत्री मेहदले बोलीं- उपेक्षा के बाद वरिष्ठ कार्यकर्ताओं पर लगाए जा रहे लांछन
भाजपा की अंतर्कलह सोमवार को एक बार फिर सामने आ गई जब पूर्व मंत्री कुसुम मेहदले भी जयंत मलैया के समर्थन में आ गईं।
Ashok Chaturvedi
भोपाल (जोशहोश डेस्क) दमोह उपचुनाव में हार के बाद भारतीय जनता पार्टी में तकरार बढ़ती ही जा रही है। पार्टी की अंतर्कलह सोमवार को एक बार फिर सामने आ गई जब पूर्व मंत्री कुसुम मेहदले (kusum singh mahdele) भी जयंत मलैया के समर्थन में आ गईं। उन्होंने बड़ा आरोप लगाए हुए कहा कि भाजपा में वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की उपेक्षा के बाद अब उनकी सत्य निष्ठा पर लांछन भी लगाए जा रहे हैं।
पूर्व मंत्री कुसुम मेहदले ने एक के बाद एक तीन ट्वीट कर जहां जयंत मलैया का समर्थन किया वहीं भाजपा की नीति-रीति पर सवाल उठाए-
इससे पहले पाटन के विधायक अजय विश्नोई ने भी दमोह उपचुनाव में हार के बाद जयंत मलैया का पक्ष लिया था। उन्होंने साफ कहा था कि टिकिट देने वाले और प्रभारी भी हार के लिए जिम्मेदार हैं। अजय विश्नोई ने एक टीवी कार्यक्रम में तो यहाँ तक कहा था कि राहुल लोधी को भाजपा की कार्यशैली को जल्द समझना होगा नहीं तो वे ज्यादा दिन तक पार्टी में नहीं टिक पाएंगे।
दूसरी ओर जयंत मलैया अब प्रदेश संगठन के बजाए दिल्ली में केंद्रीय नेताओं के समक्ष अपनी बात रखने का मन बना चुके हैं। मलैया ने कहा था कि राहुल लोधी की हार का कारण वे खुद हैं। जनता में उनके खिलाफ नाराजगी थी। उन्होंने कहा था कि केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल समेत अन्य पदाधिकारियों के वार्ड तक में भाजपा को हार मिली है तो केवल मुझ पर ठीकरा क्यों फोड़ा जा रहा है?
गौरतलब है कि दमोह उपचुनाव का नतीजा आने से पहले ही दमोह सांसद और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने ट्वीट कर कांग्रेस उम्मीदवार अजय टंडन को बधाई देते हुए कहा था कि हम जीते नहीं लेकिन सीखे बहुत। वहीं चुनाव परिणाम के बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी हार के लिए अपने ही जयचंदों को जिम्मेदार बताया था। वहीं चुनाव परिणाम आने के तुरंत बाद भाजपा उम्मीदवार राहुल लोधी ने जयंत मलैया और उनके परिवार पर हार का ठीकरा फोड़ा था।