पूर्व मंत्री महदेले की पीड़ा-न हम वरिष्ठ न वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की लिस्ट में
पूर्व मंत्री कुसुम महदेले ने प्रदेश कार्यकारिणी में उपेक्षा के बाद सोशल मीडिया में व्यक्त की पीड़ा।
Ashok Chaturvedi
भोपाल (जोशहोश डेस्क) भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी में अपनी उपेक्षा के बाद पूर्व मंत्री कुसुम महदेले ने अपनी पीड़ा सोशल मीडिया में व्यक्त की है। पूर्व मंत्री महदेले ने ट्वीट कर कहा है कि वे 1980 से भाजपा की कार्यकर्ता हैं लेकिन न तो वे वरिष्ठ हैं और न ही वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की लिस्ट में उन्हें शामिल किया गया है।
भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक शुक्रवार को राजधानी भोपाल में हुई थी। कार्यकारिणी बैठक के बाद अब पूर्व मंत्री कुसुम महदेले के सार्वजनिक रूप से इस कटाक्ष को पार्टी की अंदरूनी राजनीति में चल रही उठापटक से जोड़ कर देखा जा रहा है-
कुसुम महदेले ने अपने ट्वीट में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का जिस अंदाज में जिक्र किया उसके भी सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने ट्वीट में पिछड़ी जाति का कार्ड खेल भाजपा के लिए सवाल भी बढ़ा दिए हैं।
यह पहली बार नहीं जब महदेले ने अपनी ही पार्टी को कटघरे में खड़ा किया है। पूर्व मंत्री महदेले ने साल 2018 के विधानसभा चुनाव में टिकट कटने के बाद पार्टी के टिकट वितरण पर भी सवाल उठाया था-
दमोह उपचुनाव में भाजपा की करारी हार के बाद पूर्व मंत्री महदेले पार्टी के ही अन्य वरिष्ठ नेता जयंत मलैया के पक्ष में खड़ी नजर आईं थीं। उन्होंने जयंत मलैया को पार्टी की ओर से दिए गए कारण बताओ नोटिस को गलत करार दिया था और कहा था कि ‘मलैया जी और सिद्दार्थ पर आरोप प्रत्यारोप कतई उचित नहीं है। उपचुनाव करवाना भी उचित नहीं था।अब भाजपा के पास वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की उपेक्षा, अवमानना करने और उनकी निष्ठा पर असत्य लांछन लगाना भी शुरू हो गया है। जयन्त मलैया जी को कारण बताओ नोटिस और सिध्दार्थ की सदस्यता समाप्त करना दुर्भाग्यपूर्ण है।’