कंगना ने किसानों को आतंकवादी बताया तो कांग्रेस ने रुकवा दी शूटिंग!
Sangam Dubey
बैतूल(जोशहोश डेस्क) मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में चल रही फिल्म धाकड़ की मुख्य किरदार कंगना रनौत का विरोध करने सड़क पर उतरे कांग्रेसियों पर पुलिस ने जमकर बल प्रयोग किया। पानी की बौछारें छोड़ी तो लाठीचार्ज भी किया। लेकिन पुलिस बल प्रयोग की बात को पूरी तरह नकार रही है। कंगना रनौत ने पिछले दिनों केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को कथित तौर पर आतंकवादी कहा था।
धाकड़ फिल्म की शूटिंग करने बैतूल के सारणी पहुंची कंगना से कांग्रेस ने अपने बयान पर माफी मांगने की अपील की थी। साथ ही ऐसा न करने पर विरोध प्रदर्शन की चेतावनी भी दी थी। उसी क्रम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया। इस पर पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पानी की बौछारें छोड़ी और लाठियां भी भांजी।
कांग्रेसियों के विरोध पर कांगना ने ट्वीट किया कि – मेरे आसपास पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है। @INCIndia मध्यप्रदेश में कार्यकर्ताओं ने मेरी शूटिंग को रोकने के लिए प्रदर्शन किया। कांग्रेस विधायक कह रहे हैं कि वे किसानों की ओर से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
कांग्रेस विधायक निलय डागा का कहना है कि, “कंगना ने किसानों का अपमान किया है, बैतूल किसान प्रधान जिला है, इसीलिए हमने उनसे किसानों को लेकर दिए गए बयान पर माफी मांगने कहा था। कांग्रेस का प्रदर्शन शातिपूर्ण था, मगर भाजपा के इशारे पर बलप्रयोग किया गया। कांग्रेस ने आजादी की खातिर गोरों से लड़ाई लड़ी थी अब चोरों से लड़ रही है।”
जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुनील गुड्डू शर्मा ने कहा कि, “हम शांतिपूर्ण तरीके से कंगना रनौत और उनकी फिल्म शूटिंग का विरोध कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने कांग्रेसियों पर लाठीचार्ज करते हुए दौड़ा-दौड़ाकर मारा। पुलिस की पिटाई में कांग्रेस महिला कार्यकर्ता भी घायल हुई हैं।”
शर्मा ने बताया कि पुलिस के लाठीचार्ज से महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष सीमा अतुलकर भी घायल हो गई हैं, जिन्हें पाथाखेड़ा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस पूरे मामले में सारणी एसडीओपी अभयराम चौधरी का कहना है कि, “पुलिस ने किसी पर भी लाठीचार्ज नहीं किया और न ही किसी की गिरफ्तारी की गई है। विरोध कर रहे कांग्रेसियों को पानी की बौछार के माध्यम से तितर-बितर जरूर किया गया था।”
चौधरी ने बताया कि कांग्रेसियों को निर्धारित धरना स्थल पर प्रदर्शन करने का कहा गया था लेकिन वह विद्युत गृह के गेट नंबर दो और चार के पास पहुंचने का प्रयास कर रहे थे, जिससे उन्हें रोका गया।