कोरोना स्ट्रेन का डर, प्रशासन ने बिना पासपोर्ट वाली महिला को बता दिया इंग्लैंड रिटर्न
Nimish Dubey
बैतूल (जोशहोश डेस्क) मध्यप्रदेश के बैतूल जिले से एक अजीब घटना सामने आई है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एक महिला के घर पहुंचे और उसे बताया कि उसे कोविड की देखभाल केंद्र में भर्ती कराया जाएगा क्योंकि उसकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना था कि महिला 14 दिसंबर को इंग्लैंड से उड़कर नागपुर हवाई अड्डे पर उतरी थी। जबकि बाद में यह बात सामने आई की महिला के पास पासपोर्ट ही नहीं था।
यह है पूरा मामला
स्टेट लेवल के कोरोना सेंटर ने बैतूल स्वास्थ्य प्रशासन जानकारी भेजी की जिले की एक महिला इंग्लैंड से लौटी है। जैसे ही महिला के इंग्लैंड से लौटने की जानकारी बैतूल जिले के सरकारी अमले में फैली तो यहां हड़कंप मच गया। आनन-फानन में महिला को उसके घर से कोविड सेंटर भेजने की तैयारी शुरू हो गयी। स्वास्थ्य विभाग ने एक टीम बनाकर महिला को ढूंढना शुरू कर दिया। कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग में पता चला कि यह महिला इंग्लैंड से नहीं बल्कि पठानकोट से लौटी थी। महिला के पास ना तो कोई पासपोर्ट है और ना ही कोई वीजा। लेकिन उसके पहले ही यह जानकारी पूरे जिले में ही नहीं बल्कि प्रदेशभर में आग की तरह फैल चुकी थी कि प्रदेश में इंग्लैड से एक महिला आई हुई है।
स्वास्थ्य अधिकारी क्या बोले
कोरोना के नोडल अधिकारी सौरभ राठौर ने बताया कि प्रदेश से एक सूची आई थी जिसमें इंदिरा गांधी वार्ड निवासी 49 वर्षीय महिला को इंग्लैंड से आना बताया गया था। इस आधार पर खोजबीन की गई तो वह मुलताई निवासी पाई गई। जानकारी लेने पर पता चला है कि महिला एवं उसके पति 8 दिसंबर को विवाह समारोह में शामिल होने के लिए पठानकोट गए थे। जहां से वे 14 दिसंबर को मुलताई आने के लिए फ्लाइट से नागपुर पहुंचे जहां एयरपोर्ट पर उनकी कोरोना की जांच हुई।
सौरभ राठौर ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि घटना के लिए राज्य कोरोना मुख्यालय से जिम्मेदार है। इस मामले के कारण जिले में कुछ देर के लिए हड़कंप जरूर मच गया था। लोगों को डर सता रहा था कि महिला कई लोगों से मिली होगी। लेकिन आखिर में पूरा मामला ही झूठा निकला।