मध्यप्रदेश में इस बैंक की 150 ब्रांच कल से हो जाएंगी ‘इंडियन’
इलाहाबाद बैंक के इंडियन बैंक में मर्जर की अंतिम औपचारिकता 12 फरवरी से शुरू होगी और 15 फरवरी तक पूरी हो जाएगी। मध्यप्रदेश में इलाहाबाद बैंक की 150 शाखाएं हैं।
Ashok Chaturvedi
इलाहाबाद बैंक
भोपाल (जोशहोश डेस्क) बीते साल योगी आदित्यनाथ सरकार ने उत्तरप्रदेश के इलाहाबाद का नाम प्रयागराज कर दिया था। अब इलाहाबाद बैंक का नाम भी इंडियन बैंक होने जा रहा है। इलाहाबाद बैंक के मर्जर की अंतिम औपचारिकता इंडियन बैंक में 12 फरवरी से शुरू होगी और 15 फरवरी तक पूरी हो जाएगी। मध्यप्रदेश में इलाहाबाद बैंक की 150 शाखाएं हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्तीय वर्ष 2020-21 का बजट पेश करते समय कुछ पब्लिक सेक्टर के बैंकों के विलय का ऐलान किया था। इसके तहत इलाहाबाद बैंक का इंडियन बैंक में मर्जर होने जा रहा है।दोनों बैंक के सर्वर के मर्जर की अंतिम प्रकिया कल से शुरू हो जाएगी।
इसलिए चुनी ये तारीख
दोनों बैंकों के सर्वर को मर्जर करने के लिए 12 फरवरी की तारीख तय की गई है। इसका कारण यह है कि 13 फरवरी को दूसरे शनिवार का अवकाश है। इसके बाद 14 फरवरी को रविवार है। इंडियन बैंक के प्रबंधन को यह उम्मीद है कि इन दोनों दिनों में सर्वर का काम पूरा हो जाएगाऔर 15 फरवरी से इलाहाबाद बैंक का काम भी इंडियन बैंक के सर्वर पर होने लगेगा।
3230 ब्रांच, 21500 कर्मचारी
इलाहाबाद बैंक की देश में 3230 शाखाएं हैं। इसमें 21,500 कर्मचारी कार्यरत हैं। बैंक की 24 अप्रैल 1865 स्थापना उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में हुई थी। वर्तमान में इसकी सबसे ज्यादा शाखाएं भी उत्तर प्रदेश में हैं। स्थापना के 20 साल बाद इसका मुख्यालय कलकत्ता (अब कोलकाता) शिफ्ट कर दिया गया था। जिसके चलते अब यूपी के बाद इसकी सबसे ज्यादा शाखाएं पश्चिम बंगाल में हैं। तीसरे नंबर पर यूपी और बंगाल की सीमाओं के बीच आने वाला बिहार है। मध्यप्रदेश चौथे नंबर पर है यहां इसकी 150 शाखाएं हैं।
मध्यप्रदेश में ग्वालियर से आगाज
करीब 155 साल पुराने इस बैंक की मध्यप्रदेश में एंट्री काफी समय बाद हुई। मध्यप्रदेश में इलाहाबाद बैंक की पहली शाखा करीब 45 साल पहले ग्वालियर में प्रारंभ हुई। इसके बाद प्रदेश में भी इसका विस्तार होता चला गया। वर्तमान में प्रदेश के करीब हर जिले में इसकी शाखाएं हैं।