भोपाल (जोशहोश डेस्क) ग्वालियर के हिंदू महासभा के बाबूलाल चौरसिया ने हाल ही में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ली है। उनके कांग्रेस पार्टी में आने के बाद पार्टी के लोग ही बाबूलाल चौरसिया के कांग्रेस प्रवेश से नाराज हैं और अपनी बात खुलकर सोशल मीडिया पर कह रहे हैं। लेकिन आपको बता दें कि बाबूलाल चौरसिया पूर्व में कांग्रेस में ही थे।
बाबूलाल चौरसिया न केवल पूर्व कांग्रेसी हैं बल्कि कांग्रेस के कई प्रशिक्षण शिविरों में शामिल होने के साथ-साथ कई बार कांग्रेस के प्रति अपने समर्थन और सक्रियता के कारण सम्मानित भी हो चुके हैं। उन्होंने चुनाव में टिकिट नहीं मिलने की वजह से पार्टी छोड़ी थी।
बाबूलाल चौरसिया कांग्रेस परिवार के सदस्य रहे हैं और अब उनका पुनः कांग्रेस में आना “सुबह का भूला शाम को घर” आने जैसा माना जा रहा है। कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि पार्टी एक बड़े परिवार की तरह है। परिवार के किसी सदस्य से बड़ी गलती होने पर भी यदि उसे अपनी गलतियों का अहसास है तो उसे क्षमा करना, और भूल-सुधार का अवसर देने के साथ उसे पुन: अपनाना परिवार की एकता का मूल प्राकृतिक न्याय है।
वहीं पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने ट्वीट करके बाबूलाल चौरसिया का कांग्रेस में शामिल किए जाने का स्वागत किया है। उन्होंने कहा है कि – सालों बाद ही सही, गोडसे की विचारधारा अपनाने वालों को समझ में आ रहा है कि सिर्फ गांधीवादी तरीके से ही देश का उद्धार संभव है। यह तय है कि अब देश में गोडसे की नहीं गांधीवादी विचारधारा की ही चलेगी।
बापू तुम्हारे चरणों में नमन!!
सालों बाद ही सही, “गोडसे” की विचारधारा अपनाने वालों को समझ में आ रहा है कि सिर्फ “गांधीवादी” तरीके से ही देश का उद्धार संभव है। यह तय है कि अब देश में गोडसे की नहीं गांधीवादी विचारधारा की ही चलेगी।