हमें शर्म भी नहीं आती, पुर्तगाल से सीखें गाल बजाने वाले
भारत में इलाज के अभाव में दम तोड़ने की तस्वीरें आम हैं, जबलपुर जिले के बरगी के आरोग्यम केंद्र का मामला बेशर्म और बेपरवाह तंत्र की ताजा बानगी
Ashok Chaturvedi
भोपाल/जबलपुर (जोशहोश डेस्क) पुर्तगाल में एक भारतीय गर्भवती महिला की मौत हो गई, देश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठते ही स्वास्थ्य मंत्री मार्टा टेमिडो ने इस्तीफा दे दिया लेकिन भारत में इलाज के अभाव में दम तोड़ने की तस्वीरें आम हैं। मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले के बरगी के आरोग्यम केंद्र में डॉक्टर न होने से मां की गोद में ही मासूम बेटे के तड़प-तड़प कर दम तोड़ने का मामला बेशर्म और बेपरवाह तंत्र की ताजा बानगी है।
घटना के वक्त अस्पताल में न तो कोई जिम्मेदार अधिकारी थे और न ही डॉक्टर। बेबस मां और परिजन काफी देर तक बेटे को लेकर अस्पताल के दरवाजे पर ही इंतजार करते रहे, लेकिन कई घंटों तक जब डॉक्टर नहीं पहुंचा तो मासूम ने अस्पताल की दहलीज पर ही दम तोड़ दिया। ऐसी एक नहीं कई घटनाएं रोज़ देश भर में हो रही हैं।
विश्वगुरु बनने के दावों के बीच सोशल मीडिया पर भी पुर्तगाल की स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे और भारतीय संदर्भों को लेकर यही चर्चा है-
मासूम को इलाज़ के अभाव में खोने वाला यह परिवार मध्य प्रदेश के चरगवां थाना क्षेत्र के तिनहेटा देवरी का है। यहाँ के निवासी संजय पन्द्रे अपने 5 वर्षीय मासूम बेटे को इलाज के लिए बरगी के स्वास्थ्य आरोग्यम केंद्र लेकर पहुंचे थे, लेकिन अस्पताल में न तो कोई जिम्मेदार अधिकारी थे और न ही डॉक्टर। बेबस मां और परिजन काफी देर तक बेटे को लेकर अस्पताल के दरवाजे पर ही इंतजार करते रहे, लेकिन कई घंटों तक जब डॉक्टर नहीं पहुंचा तो मासूम ने अस्पताल की दहलीज पर ही दम तोड़ दिया