सजावटी उम्मीदवार: सबसे बड़े राजनीतिक संगठन के सबसे बड़े विघटन का दौर

दिग्गजों को चुनावी मैदान में उतारने की भाजपा की रणनीति पर कांग्रेस हमलावर

भोपाल (जोशहोश डेस्क) भाजपा की दूसरी लिस्ट के बाद जनता ही नहीं पार्टी के कार्यकर्ताओं में भी आक्रोश देखा जा रहा है। यहां तक कि जिन बड़े नेताओं को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है वे स्वयं सार्वजनिक मंच से अपने नाखुश होने की बात कहते नजर आ रहे हैं। इधर दिग्गजों को चुनावी मैदान में उतारने की भाजपा की रणनीति पर कांग्रेस हमलावर है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भाजपा दूसरी लिस्ट में तीन केंद्रीय मंत्रियों समेत सात सांसदों की उम्मीदवारी पर फिर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इन उम्मीदवारों को सजावटी उम्मीदवार बताते हुए इनसे बढ़ रहे आक्रोश पर अपनी बात रखी है। साथ ही यह कहा है कि यह सबसे बड़े राजनीतिक संगठन के सबसे विघटन का दौर है।

कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर लिखा कि

भाजपा जितने सजावटी उम्मीदवार ला रही है, जनता का आक्रोश उतना ही ज़्यादा बढ़ रहा है, कारण स्पष्ट हैं:

जनता के बढ़ते आक्रोश को देखकर भाजपा के अधिकांश नेता, पदाधिकारी, कार्यकर्ता, सदस्य और समर्थक भूमिगत से हो गये हैं तथा जन-सेवा के लिए समर्पित कुछ अच्छे नेता अन्य विकल्प तलाश रहे हैं। ये दुनिया के सबसे बड़े राजनीतिक संगठन के, सबसे बड़े विघटन का दौर है।

गौरतलब है कि BJP की दूसरी लिस्ट में केंद्रीय मंत्रियों में मुरैना की दिमनी सीट से नरेंद्र सिंह तोमर, नरसिंहपुर से प्रह्लाद पटेल और निवास से फग्गन सिंह कुलस्ते को चुनावी मैदान में उतारा गया है। वह्रीं जिन चार सांसदों पर बीजेपी ने दांव लगाया है उनमे जबलपुर पश्चिम से राकेश सिंह, सतना से गणेश सिंह, सीधी से रीति पाठक और गाडरवारा से उदय प्रताप सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है। मालवा अंचल में में पार्टी ने बड़ा निर्णय लेते हुए बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर विधानसभा क्रमांक 1 से टिकट दिया गया है।

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