किसान आक्रोशित-फ़सल बर्बाद , किस चेहरे से शिवराज मांग रहे आशीर्वाद?
कांग्रेस ने किसानों के प्रदर्शन को लेकर सरकार को सुनाई खरी-खरी
Ashok Chaturvedi
भोपाल (जोशहोश डेस्क) प्रदेश में बारिश के दौर के बीच चुनावी रैलियों और यात्राओं का दौर जारी है। भाजपा जहां विकास कार्यों का दावा कर जन आशीर्वाद यात्राएं निकाल रही है वहीं कांग्रेस प्रदेश की जनता के आक्रोश को व्यक्त करने जनाक्रोश यात्रा निकाल रही है। इस बीच प्रदेश के किसान बारिश में खराब फसल के मुआवजे को लेकर अर्धनग्न प्रदर्शन को मजबूर हैं।
बारिश की मार से संकट में आए खरगोन के किसानों ने फसलों के सर्वे और मुआवजे सहित स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट में की गई सिफारिशों को लागू करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने किसानों के अर्धनग्न प्रदर्शन को लेकर सरकार को खरी खरी सुनाई है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने दो टूक कहा है कि किसानों जहां परेशान हैं। अपनी मेहनत के पसीने से उगाई फसल की बर्बादी पर मुआवजे की गुहार लगा रहे हैं और सीएम शिवराज ‘चुनावी झांसों’ की बारिश कराने में व्यस्त हैं।
सोशल मीडिया पर सुरजेवाला ने लिखा कि
मध्य प्रदेश के किसान अब “अर्धनग्न” होकर प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। मगर किसानों को कर्ज और बदहाली में धकेलेने वाली शिवराज सरकार में बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा मिलना तो दूर, अभी सर्वे का ही अता-पता नहीं है। साढ़े 18 साल तक मध्य प्रदेश को लूट, घोटाले, भ्रष्ट्राचार और अत्याचार की मार देने के बाद भी भाजपा न जाने कौनसा चेहरा लेकर, मध्य प्रदेश के लोगों के बीच ‘आशीर्वाद’ मांगने जा रही है। ‘चुनावी झांसों’ की बारिश कराने में व्यस्त, सीएम शिवराज जी को क्या मध्य प्रदेश के किसानों की पीड़ा नहीं दिख रही? कांग्रेस की जनआक्रोशयात्रा में हर दिन उमड़ता जनसैलाब, भाजपा के इसी अहंकार, अन्याय और अत्याचार की गवाही है। अन्नदाताओं को उनका हक देने और मध्य प्रदेश को खुशहाली के रास्ते पर ले जाने, आ रही है कांग्रेस।
गौरतलब है कि खरगोन में राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के बैनर तले बड़ी संख्या में एकत्रित हुए किसानों ने पहले बिस्टान रोड स्थित अनाज मंडी में सभा की। इसके बाद रैली के रूप में ज्ञापन सौंपने कलेक्टोरेट पहुंचे। कलेक्टर के ज्ञापन लेने ना आने पर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। ज्ञापन लेने आए डिप्टी कलेक्टर को किसानों ने लौटा दिया। प्रशसन द्वारा उपेक्षा कियेजाने से आक्रोशित किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग रोक दिया। इसके बाद भी जब कलेक्टर किसानों की सुनने नहीं पहुंचे तो किसानों ने अर्धनग्न होकर अपना विरोध जताया। किसानों के प्रदर्शन से इंदौर रोड पर वाहनों की लम्बी कतार लग गई।