इंदौर में T-20: क्या पास की तिकड़म में हुई MPCA दफ्तर पर रेड?
एमपीसीए के अध्यक्ष अभिलाष खांडेकर ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर की शिकायत
Ashok Chaturvedi
इंदौर (जोशहोश डेस्क) भारत और दक्षिण अफ्रीका के मैच से ठीक एक दिन पहले मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (MPCA) के दफ्तर में छापा अब विवादों में आ गया है। नगर निगम की इस कार्रवाई को मैच के फ्री पास से जोड़कर देखा जा रहा है। एमपीसीए के चेयरमैन अभिलाष खांडेकर ने भी मुख्य सचिव को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की है।
अभिलाष खांडेकर ने मुख्य सचिव को लिखे शिकायती पत्र में बताया कि इंदौर नगर निगम ने एक अंतरराष्ट्रीय मैच से एक दिन पहले यह कार्रवाई की, जबकि भुगतान करने की डेडलाइन 31 मार्च 2023 है। उन्होंने बताया कि नगर निगम में आईएएस अधिकारियों को कुछ पास चाहिए थे और निगम आयुक्त प्रतिभा पाल को 25 पास पहुंचाए गए थे। इसके बाद भी यह छापेमारी आश्चर्यजनक है। इंदौर की छवि बचाने के लिए हमें 32 लाख रुपये का भुगतान करना पड़ा।
MPCA के चेयरमैनअभिलाष खांडेकर ने मुख्य सचिव को लिखे पत्र में दो टूक लिखा कि मैं आज इंदौर नगर निगम (IMC) अधिकारियों और आयुक्त के अत्यधिक अनुचित रवैये से बहुत व्यथित हूँ। अभिलाष खांडेकर ने लिखा कि ऐसा मुझे पता चला है कि यह सब अब IMC ने युवा IAS अधिकारियों के लिए कुछ पास के लिए किया गया है।
अभिलाष खांडेकर ने सवाल उठाया कि ये अधिकारी ने यहाँ सार्वजनिक सेवा के लिए है या अपने लिए? उन्होंने यह भी लिखा कि इस घटना को महापौर पुष्यमित्र भार्गव और संभागायुक्त डॉक्टर पवन शर्मा के संज्ञान में लाया लेकिन इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
कहा यह भी जा रहा है कि इंदौर की आबादी के लिहाज़ से मैदान की क्षमता कम है जिसके कारण टिकटों की मारामारी होने लगती है। इस मुकाबले के टिकट की ब्लैक मार्केटिंग की भी खबर है। यहाँ तक कि फ़र्ज़ी टिकट बेचे जाने के दावे भी सोशल मीडिया पर वायरल हैं। ऐसे दावे भी किये जा रहे हैं कि होलकर स्टेडियम की क्षमता 30,000 दर्शकों की है, लेकिन आम दर्शकों के लिए एक तिहाई टिकट ही उपलब्ध हो पाते हैं।