भोपाल (जोशहोश डेस्क) मध्यप्रदेश में फिर कोरोनावायरस चरम स्थिति पर पहुंच रहा है। महीनों के बाद प्रदेश में एक दिन में 530 से ज्यादा कोरोना मरीज सामने आए हैं। जिस प्रकार कोरोनाकाल के शुरुआत में इंदौर में कोरोना के मामले बढ़ रहे थे, उसी प्रकार मामले तेज़ी पकड़ रहे हैं। प्रदेश की सरकार का कहना है कि कोरोना के मामलों में लगाम कसना बहुत ही ज़रूरी है अन्यथा स्थिति बहुत ही गंभीर हो सकती है, इसीलिए बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार बहुत ही जल्द कोई फैसला लेने वाली है।
दो विधायक कोरोना पॉजिटिव मध्यप्रदेश में अभी विधानसभा का बजट सत्र भी चल रहा है। इस दौरान दो विधायक भी कोरोना से संक्रमित हो गए हैं। इसमें पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ और बैतूल से कांग्रेस विधायक निलय डागा शामिल हैं। डागा अपने घर में ही क्वारंटीन हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि विधानसभा में फिर से सख्ती बढ़ सकती है। विधानसभा सचिवालय की तरफ से कहा गया है कि बिना चेकिंग के किसी को अब प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
लोग कोरोना नियमों को मानने को तैयार नहीं हैं, विधानसभा सत्र की शुरुआत के दौरान भी ऐसा ही दिख रहा था। बिना मास्क के विधायक सदन में प्रवेश कर रहे थे। टोकने पर लोग अलग-अलग बहाने बनाते थे।
नाइट कर्फ्यू पर विचार कर रही सरकार अगर आंकड़े इसी तरह से बढ़ते रहे तो प्रभावित जिलों में नाइट कर्फ्यू का ऐलान हो सकता है। भोपाल में गुरुवार को 58 केस मिले हैं। उसके बाद जबलपुर में 39, उज्जैन में 18, ग्वालियर में 15 और बुरहानपुर में 15 मरीज मिले हैं। इसके साथ प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट भी 3.3 फीसदी हो गया है। प्रदेश में कोरोना के आंकड़े चिंताजनक हैं, बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन बहुत जल्द कोई फैसला लेने वाली है।