प्रदेश में दूसरी लहर का कहर, जानें भोपाल-इंदौर समेत इन जिलों के हाल

भोपाल (जोशहोश डेस्क) मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस की रफ़्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। हाल ही में प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय चौहान की कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। वहीं प्रदेश में बीते 24 घंटे में 4 बड़े शहरों में ही 4635 नए केस आए हैं और 25 मौतें हुई हैं। एक दिन पहले इन चार शहरों में 4511 केस आए थे और 24 की मौत हुई थी।

भोपाल
24 घंटे में भोपाल में सबसे ज्यादा 8 मौतें हुई हैं, जो प्रदेश के अन्य शहरों से ज्यादा है। वहीं दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा 1637 संक्रमित मिले हैं। एक दिन पहले 1497 मरीज मिले थे। यहां जैसे-जैसे मरीजों की संख्या बढ़ रही है, वैसे-वैसे शहर में सख्ती बढ़ाई जा रही है। लॉकडाउन का पालन कराने के लिए 157 जगहों पर बैरिकेडिंग की गई है। 2 हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।

इंदौर
इंदौर में अप्रैल के 13 दिन में ही एक्टिव मरीजों की संख्या दोगुना हो चुकी है। एक्टिव केस 10351 हैं। इसमें से तीन हजार मरीज आईसीयू व एचडीयू में गंभीर स्थिति में भर्ती हैं।

जबलपुर
मध्यप्रदेश की संस्कारधानी में कोरोना संक्रमण की रफ्तार ने सारे रिकॉर्ड पीछे छोड़ दिए हैं। पिछले 14 दिनों में हर दिन पिछले की तुलना में अधिक संक्रमित सामने आए हैं। 12 दिनों में 200 से बढ़कर 600 नए केस मिलने लगे हैं। पिछले 24 घंटे में 653 नए केस आए, जहां छह मरीजों ने जान गंवाई है। 2847 सैंपल की जांच की गई थी। ये आंकड़ा इस कारण और चिंता बढ़ाने वाली है कि लॉकडाउन और कोरोना कर्फ्यू का भी कोई फायदा नहीं हो पा रहा है। इसमें भी गंभीर मरीजों की संख्या 600 से अधिक पहुंच गई है। सभी वेंटिलेटर के सहारे जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। बुधवार को यहां के रिछाई प्लांट में खराबी के कारण मुसीबत और बढ़ गई है। अस्पतालों में पुलिस तैनात करनी पड़ी है।

ग्वालियर
यहां पिछले 24 घंटे में थोड़ी राहत की बात रही। 652 संक्रमित मिले और 5 की मौत हुई है, जबकि इसके एक दिन पहले 801 केस मिले थे और 9 लोगों की मौत हुई थी। बुधवार को 2285 लोगों के सैंपल की रिपोर्ट आई। एक्टिव केस बढ़कर 3951 हो गए हैं। बुधवार को सबसे ज्यादा संक्रमित मुरार और लश्कर एरिया में निकले हैं। जिस कारण आधा सैकड़ा स्थानों पर माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। बाजारों में शादियों की खरीदारी और कोरोना कर्फ्यू के डर से उमड़ी भीड़ भी कोरोना संक्रमण के बढ़ने का एक बड़ा कारण है।

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