डॉ. एनपी मिश्रा का निधन, शिक्षक दिवस पर विदा चिकित्सा जगत का महारथी
वरिष्ठ चिकित्सक और गांधी मेडिकल कॉलेज के पूर्व डीन डॉ. एनपी मिश्रा का रविवार सुबह निधन हो गया।
Ashok Chaturvedi
भोपाल (जोशहोश डेस्क) मेडिकल स्पेशलिस्ट और मेडिकल कंसल्टेंट के रूप में अपनी छाप छोड़ने वाले वरिष्ठ चिकित्सक और गांधी मेडिकल कॉलेज के पूर्व डीन डॉ. एनपी मिश्रा का रविवार सुबह निधन हो गया। वे कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। प्रदेश के चिकित्सा क्षेत्र के महारथी डॉ. एनपी मिश्रा ने रविवार सुबह अपने सिविल लाइन्स स्थित आवास पर अंतिम सांस ली।
शिक्षक दिवस के दिन डॉ. एनपी मिश्रा के निधन से प्रदेश ही नहीं देश भर में उनके हज़ारों चिकित्सक शिष्यों में शोक की लहर छा गई। डॉ. एनपी मिश्रा के निधन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत मेडिकल क्षेत्र के कई दिग्गजों ने शोक व्यक्त किया।
भोपाल में हुई भीषण गैस त्रासदी के दौरान डॉक्टर एनपी मिश्रा का योगदान अविस्मरणीय था। गैस त्रासदी के बाद मरीजों का इलाज किस तरह हो इसकी जानकारी बहुत कम थी। ऐसे में जहरीली गैस के दुष्प्रभाव से मरीज़ों को बचाने के लिए डॉक्टर एनपी मिश्रा लगातार अमेरिका और अन्य देश के डॉक्टरों से संपर्क में रहे। डॉक्टर एनपी मिश्रा उस समय लगातार 2 से 3 दिन तक मरीजों के इलाज में जुटे रहे थे।
ग्वालियर से स्नातक होने के बाद उन्होंने मेडिकल में दाखिला लिया था। साल 1955 में वे एमबीबीएस हो गए थे। ग्वालियर से ही एमडी करने के बाद वे कुछ समय वहीं लेक्चरर के रूप काम करते रहे। डॉक्टर एनपी मिश्रा ने कई देशों में जाकर चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े शोध पत्र प्रस्तुत किए थे।
30 जनवरी 1959 से डाॅ एनपी मिश्रा ने भोपाल के गांधी मेडिकल काॅलेज में अपनी सेवाएं दीं। गांधी मेडिकल में विभिन्न पदों पर रहते हुए वे 1992 तक कार्यरत रहे। इस दौरान मेडिसिन के क्षेत्र में उन्होंने देश ही नहीं विदेशों तक में अनेक प्रयोग-जांच और रिसर्च में विशिष्ठ उपलब्ध्यिां हासिल कर प्रदेश को गौरवान्वित किया। उनके पढ़ाए विद्यार्थी देश-दुनिया के नामचीन डॉक्टर हैं।