ईद-मुबारक: इंदौर में हिंदू परिवार के रथ पर सवार हो ईदगाह पहुंचे शहर क़ाज़ी
पूरे देश में धूम-धाम से मनाया जा रहा ईद का पर्व, इंदौर में दिखी साम्प्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल।
Ashok Chaturvedi
भोपाल/ इंदौर(जोशहोश डेस्क) पूरे देश में आज ईद-उल-फितर धूम-धाम से मनाई जा रही है। देश भर में लोग एक दूसरे से गले मिलकर मुबारकबाद दे रहे हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ईद की मुबारकबाद दी है। वहीं इंदौर में साम्प्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल दिखाई दी। यहाँ शहर क़ाज़ी को ईदगाह तक लाने के लिए एक हिंदू परिवार ने सुसज्जित रथ भेजा। ईद के मौके पर बीते कई सालों से शहर क़ाज़ी इस परिवार द्वारा भेजे रथ पर ही ईदगाह पहुँचते हैं।
शहर काजी जब रथ पर सवार हो ईदगाह पहुंचे तो राज्य सभा सांसद दिग्विजय सिंह ने उनकी अगवानी की। दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर बताया कि हर ईद पर शहर क़ाज़ी साहब को सदर ईदगाह पर लाने के लिए सलवाडिया परिवार रथ पर बैठा कर लाता है।
दिग्विजय सिंह ने आगे लिखा कि यह परंपरा हमारे परम मित्र स्व आरसी सलवाडिया जी द्वारा शुरु की थी जो उनके पुत्र सत्यनारायण सलवाडिया अब भी निभा रहे हैं। सलवाडिया परिवार दशहरा पर रावण दहन का कार्यक्रम करता है। यही भारत के संस्कार संस्कृति व इतिहास है।
दूसरी ओर भोपाल में दो साल बाद ईदगाह में सामूहिक नमाज़ अता की गई। शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी ने ईद की नमाज से पहले कहा कि हमारे मुल्क की संस्कृति गंगा-जमुनी है। यहां मुहब्बत का राज रहा है और हमेशा रहेगा। नफरतों के लिए यहां न कभी जगह थी और न भविष्य में कभी होगी। शहर काजी ने इस मुबारक मौके पर पर्यावरण पर ज़ोर देते हुए रोज़ एक पेड़ लगाने की हिदायत दी।
दूसरी ओर हिंसा से प्रभावित खरगोन में ईद की नमाज और अक्षय तृतीया पूजन पर कर्फ्यू का साया बना रहा। पुलिस-प्रशासन द्वारा कर्फ्यू में कोई ढील नहीं दी गई। प्रशसन ने न तो ईद की सामूहिक नमाज़ को मंज़ूरी दी और न ही परशुराम जयंती पर निकलने वाली शोभायात्राों को प्रशासन ने अनुमति दी । खरगोन के अलावा इंदौर समेत मालवा अंचल में पुलिस प्रशसन को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश भी दिए गए हैं।