बुरहानपुर : 42 लाख का फर्जीवाड़ा, डिप्टी कलेक्टर विशा माधवानी समेत 9 पर FIR
कलेक्टर के निर्देश पर नेपानगर पुलिस ने तत्कालीन SDM विशा माधवानी समेत 9 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
Ashok Chaturvedi
नेपानगर की तत्कालीन SDM व वर्तमान में झाबुआ की डिप्टी कलेक्टर विशा माधवानी
बुरहानपुर (जोशहोश डेस्क) जिले के बोरबन तालाब अधिग्रहण की राशि में हेरफेर को लेकर नेपानगर की तत्कालीन SDM व वर्तमान में झाबुआ की डिप्टी कलेक्टर विशा माधवानी समेत 9 के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पूरा मामला 42 लाख रुपए के फर्जीवाड़े से जुड़ा है, जिसमें नेपानगर पुलिस ने गुरुवार को धोखाधडी, गबन आपराधिक षडयंत्र के तहत FIR दर्ज की है।
बुरहानपुर के ब्लॉक खकनार में बोरबन तालाब के निर्माण के दौरान जमीन अधिग्रहण करने की प्रक्रिया में मुआवजे को लेकर यह फर्जीवाड़ा सामने आया था। तालाब का निर्माण 15 करोड़ की लागत से किया जाना था। तालाब निर्माण में 15 आदिवासी किसानों की जमीन डूब में आ रही थी। इन किसानों की जमीन अधिग्रहण किये जाने का शासन से मंजूरी मिल गई थी।
इस बीच आरोपियों ने खेल कर दिया। आदिवासी किसानों के फर्जी कागजात से उनके जाली बैंक खाते खुलवाए गए और जाली खातों में 42 लाख रूपए मुआवजा राशि डलवा दी गई। इसकी शिकायत कलेक्टर से की गई थी थी। ADM शैलेंद्र सिंह सोलंकी नेतृत्व में हुई जांच के बाद दो दिन पहले ही प्रतिवेदन कलेक्टर प्रवीण सिंह को सौंपा गया था।
45 दिन तक चली जांच में तत्कालीन SDM विशा माधवानी समेत उनके लिपिक पंकज पाटे, बैंक मैनेजर अशोक नागनपुरे, बैंककर्मी अनिल पाटीदार, होमगार्ड जवान सचिन वर्मा समेत इम्तियाज खान, संजय मावश्कर, फिराज खान आदि को दोषी पाया है।
अब कलेक्टर के निर्देश पर नेपानगर पुलिस ने तत्कालीन SDM विशा माधवानी समेत 9 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, गबन, आपराधिक षडयंत्र की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। पांच आरोपियों को हिरासत में लिया गया है जबकि चार आरोपी फरार हैं। मामले की जांच लगातार जारी रहेगी जिसमें और भी खुलासे होने के संभावना है।