टीकमगढ: फोन रिसीव न करने पर BJP के पूर्व विधायक ने SDM को घर में घुस धमकाया, केस दर्ज
पूर्व विधायक केके श्रीवास्तव एसडीएम द्वारा उनका फोन न उठाए जाने से नाराज थे।
Ashok Chaturvedi
भाजपा के पूर्व विधायक केके श्रीवास्तव
टीकमगढ़ (जोशहोश डेस्क) कोरोनाकाल में जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के बीच समन्वय का अभाव दिख रहा है। टीकमगढ़ में भाजपा के पूर्व विधायक केके श्रीवास्तव (K.k. Shrivastava) पर एसडीएम सौरभ मिश्रा के साथ घर में घुसकरअभद्रता करने और धमकाने का आरोप लगा है। एसडीएम की शिकायत पर सिटी कोतवाली में पूर्व विधायक के खिलाफ केस दर्ज हुआ है।
स्थानीय अखबारों के मुताबिक पूर्व विधायक केके श्रीवास्तव एसडीएम द्वारा उनका फोन न उठाए जाने से नाराज थे। इसके बाद पूर्व विधायक अपने एक समर्थक के साथ रात को एसडीएम के घर पहुंचे और जहां उनका एसडीएम से इस बात को लेकर विवाद हो गया।
मामला गुरुवार रात का है। रात को करीब साढ़े दस बजे एसडीएम सौरभ मिश्रा जिला अस्पताल के लिए रवाना हो रहे थे तभी पूर्व विधायक केके श्रीवास्तव अपने एक समर्थक के साथ उनके घर पहुंचे और फोन न उठाने को लेकर अभद्रता करने लगे। स्थानीय अखबारों के मुताबिक इस दौरान केके श्रीवास्तव ने एसडीएम को जान से मारने की धमकी भी दी।
पूरी घटना के बाद एसडीएम ने कोतवाली थाने में प्रकरण दर्ज कराया है। केके श्रीवास्तव पर शासकीय कार्य में बाधा डालने और आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
वहीं पूरे मामले को लेकर पूर्व विधायक केके मिश्रा ने भी सफाई दी है। उन्होंने बताया कि मैंने कोरोना पीड़ित दो गंभीर लोगों के लिए एसडीएम को लगातार डेढ घंटे तक काॅल किया लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। मैंने इसकी शिकायत कलेक्टर से भी की।
वही जब रात को मैं घर लौट रहा था तो एसडीएम का वाहन सामने से गुजरा। इसके बाद मैंने उसके पीछे एसडीएम के घर तक पहुंचा और यह जानने का प्रयास किया वे मेरा फोन क्यों रिसीव नहीं कर रहे? सामान्य बातचीत के दौरान ही एसडीएम मोबाइल से वीडियो बनाने लगे इस दौरान वे कहने लगे आप तो मुझे एसडीएम पद से हटवा दें इस पर मैंने कहा कि यदि आप काम नहीं कर पाओगे तो हटना ही पड़ेगा।
केके श्रीवास्तव ने फेसबुक पर दोनों में से कोरोना पीड़ितों के निधन पर पोस्ट में एसडीएम से विवाद का उल्लेख किया है
केके श्रीवास्तव ने कहा कि हम जनप्रतिनिधि हैं। लोग मदद के लिए हमें काॅल कर रहे हैं इसलिए हम प्रशासन के अधिकारियों से मदद चाहते हैं। इसी संदर्भ को लेकर मैं एसडीएम को लगातार काॅल कर रहा था लेकिन वे फोन नहीं उठा रहे थे।