MP चुनाव: पूर्व विधायक महेंद्र बागरी भी बागी, BJP छोड़ कांग्रेस का थामा हाथ
पूर्व विधायक महेंद्र बागरी ने प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के सामने ली कांग्रेस की सदस्यता
Ashok Chaturvedi
पन्ना/भोपाल (जोशहोश डेस्क) विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सत्ताधारी बीजेपी से उसके अपने नेताओं के मोहभंग होने का सिलसिला जारी है। शनिवार को एक साथ आठ जिलों के कई नेताओं ने भाजपा का साथ छोड़ कांग्रेस की हाथ थामा था वहीं सोमवार को गुन्नौर के पूर्व विधायक महेंद्र बागरी भी भाजपा से नाता तोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए।
पूर्व विधायक महेंद्र बागरी सोमवार को कांग्रेस जिलाध्यक्ष शिवजीत सिंह के साथ भोपाल पहुंचे और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के सामने कांग्रेस की सदस्यता ली। बताया जा रहा है कि महेंद्र बागरी पन्ना की गुन्नौर विधानसभा सीट से राजेश वर्मा को दो चुनाव में हारने के बाद भी तीसरी बार प्रत्याशी बनाये जाने से नाराज़ थे।
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 39 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। इस लिस्ट में पन्ना जिले की गिन्नौर सीट से पूर्व विधायक डॉ राजेश वर्मा को भाजपा ने प्रत्याशी घोषित किया है। डॉ राजेश वर्मा भाजपा की टिकिट पर 2008 में गुन्नौर विधानसभा सीट से जीतकर विधायक बने थे।
साल 2013 के चुनाव में भाजपा ने डॉ राजेश वर्मा का टिकिट काटकर महेंद्र बागरी को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया था। इस चुनाव में महेंद्र बागरी ने 41980 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी को 1337 मतों के अंतर से हराया। कांग्रेस के शिवदयाल बागरी 40643 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे।
इसके बाद 2018 में भाजपा ने डॉ राजेश वर्मा को फिर मैदान में उतारा था लेकिन चुनाव में वह हार गए। इस बार उन्हें कांग्रेस के प्रत्याशी शिवदयाल बागरी से 1984 मतों से हार का सामना करना पड़ा था। डॉ राजेश वर्मा को 55674 मत और कांग्रेस के प्रत्याशी शिवदयाल बागरी को 57658 मत प्राप्त हुए थे। अब यह माना जा रहा है कि दो चुनाव हार चुके राजेश वर्मा को टिकट देने से स्थानीय स्तर पर नाराजगी है और पूर्व विधायक महेंद्र बागरी का पार्टी से मोहभंग होना इसी नाराजगी का परिणाम माना जा रहा है।