सिंधिया समर्थकों में तकरार: जानिए क्यों मंत्री तोमर पर भड़के पूर्व MLA गोयल
ग्वालियर में एक कोरोना संक्रमित की वेंटिलेटर न मिलने से मौत के बाद दो सिंधिया समर्थकों में तकरार देखने को मिली।
Ashok Chaturvedi
सिंधिया समर्थक पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल
ग्वालियर (जोशहोश डेस्क) ग्वालियर में एक कोरोना संक्रमित की वेंटिलेटर न मिलने से मौत के बाद सिंधिया समर्थक पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल ने सिंधिया समर्थक मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को नसीहत दे डाली। पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल ने मंत्री तोमर को तीखा पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने साफ लिखा कि आपका काम सुबह सुबह सड़कें सेनेटाइज करने का नहीं मरीजों की जान बचाने का है।
प्रदुम्न सिंह तोमर ग्वालियर के कोविड प्रभारी मंत्री भी हैं। पूरा मामला कोरोना संक्रमित लाल सिंह कौशल की मौत से जुड़ा है। दरअसल लाल सिंह को कोरोना संक्रमित होने के बाद 28 अप्रैल को कमलाराजा अस्पताल में भर्ती किया गया था। यहां दो मई से उनकी हालत लगातार बिगड़ने पर परिजन उनके लिए जयारोग्य अस्पताल में वेंटिलेटर के लिए भटकते रहे।
पांच मई को लालसिंह का ऑक्सीजन लेवल काफी कम हो गया था जिस पर उनके परिजन पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल से मदद मांगने पहुंचे। पूर्व विधायक ने जयारोग्य अस्पताल के अधीक्षक से लगातार संपर्क किया, यहां तक कि कलेक्टर से भी मदद मांगी लेकिन लाल सिंह को वेंटिलेटर नहीं मिल पाया और रात 11 बजे लालसिंह ने दम तोड़ दिया।
लाल सिंह की मौत से आहत पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल ने मंत्री प्रदुम्न सिंह तोमर को संबोधित करते हुए पत्र लिखा-
इसमें उन्होंने लिखा कि जीवन मरण ईश्वर के हाथों में है लेकिन अंतिम सांस तक मरीज को बचाने का दायित्व हमारा है। जिसका हमें निवर्हन करना चाहिए और जो नहीं हो पाया। जयारोग्य अस्पताल में एक मरीज को तीन दिनों में एक वेंटिलेटर तक उपलब्ध नहीं हो सका। जबकि जानकारी के मुताबिक वेंटिलेटर खाली था। यदि समय रहते अस्पताल अधीक्षक वेंटिलेटर की व्यवस्था कर देते तो लाल सिंह की जान बच सकती थी।
इसके बाद उन्होंने मंत्री तोमर के लिए पत्र में लिखा कि यह समय सड़कों को सेनेटाइज करने का नहीं है। यह काम नगर निगम है उन्हें करने दीजिए। यह वक्त कोरोना मरीजों की जान बचाने का है। आप इतने व्यस्त हैं कि कोरोनासंकट में कार्यकर्ताओं से चर्चा की फुरसत ही नहीं है।
इसके अलावा मुन्नालाल गोयल ने ग्वालियर में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए कुछ सुझाव भी दीजिए। गौरतलब है कि मुन्नालाल गोयल और प्रदुम्न सिंह तोमर दोनों ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में इस्तीफा दे दिया था लेकिन मुन्नालाल गोयल को उपचुनाव में सतीश सिकरवार ने शिकस्त दे दी थी जबकि प्रदुम्न सिंह तोमर जीत दर्ज कर दोबारा मंत्री बन गए हैं।