RATLAM : जहां पढ़ाता था उसी स्कूल में अतिथि शिक्षक ने लगाईं फांसी
तीन दिन में यह अतिथि शिक्षक द्वारा आत्महत्या का दूसरा मामला, सुसाइड नोट में मानसिक परेशानी का जिक्र।
Ashok Chaturvedi
रतलाम (जोशहोश डेस्क) प्रदेश में एक और अतिथि शिक्षक ने आर्थिक तंगी और मानसिक तनाव के चलते जान दे दी। रतलाम के छत्री गांव में कार्यरत अतिथि शिक्षक राजेंद्र पाटीदार का शव रविवार को उसी स्कूल में फांसी पर झूलता मिला जिसमें वह पढ़ाया करता था। तीन दिन में अतिथि शिक्षक द्वारा आत्महत्या का यह दूसरा मामला है।
पुलिस को राजेंद्र की जेब से 2 पेज का सुसाइड नोट मिला है। पुलिस के मुताबिक सुसाइड नोट पर राजेंद्र पाटीदार ने मानसिक परेशानी का जिक्र किया है। जान देने से पहले राजेंद्र ने अपने भाई बालमुकुंद को फोन कर घर नहीं आने का कहा था साथ में यह भी कहा था कि उसकी तलाश मत करना। इसके बाद अनहोनी की आशंका के चलते बालमुकुंद स्कूल पहुंचा तो राजेंद्र फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला।
सूचना पाकर मौके पर पहुँची पुलिस ने राजेंद्र के शव को जिला अस्पताल पहुंचाया जहां सोमवार को उसका पोस्टमार्टम किया जाएगा। पुलिस राजेंद्र के करीबियों से पूछताछ कर रही है। राजेंद्र पाटीदार उम्र 29 साल बिरमावल गांव के रहने वाले थे।
राजेंद्र पाटीदार की मौत को लेकर एक अन्य अतिथि शिक्षक श्रवण परमार ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में प्रदेश सरकार पर सवाल उठाए और अतिथि शिक्षकों के भविष्य को सुरक्षित करने की मांग की-
गौरतलब है कि तीन दिन में यह अतिथि शिक्षक द्वारा आत्महत्या का यह दूसरा मामला है। राजेंद्र पाटीदार से पहले अलीराजपुर जिले में एक महिला शिक्षक केलबाई भिंडे ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। वह सरकार से नियमितीकरण की उम्मीद लगाए बैठी थी परंतु पिछले दिनों नियमित शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाने और अतिथि शिक्षकों के लिए किसी भी प्रकार का आश्वासन मिलने के बाद उसकी उम्मीद टूट गई थी।