‘शिवमामा के राज’ में नहीं मिली एंबुलैंस, कंधे पर भांजी का शव लेकर पैदल गया मामा
प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खोलता वीडियो अब छतरपुर जिले से वायरल
Ashok Chaturvedi
छतरपुर (जोशहोश डेस्क) प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं को लेकर दावे और जमीनी हकीकत में कितना अंतर है सोशल मीडिया पर वायरल होते वीडियो इनकी बानगी हैं। प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खोलता ऐसा ही एक वीडियो अब छतरपुर जिले से वायरल हुआ है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह एंबुलैंस न मिलने पर एक मामा को अपनी मासूम भांजी का शव कंधे पर लेकर ही पैदल जाना पड़ा। यह स्थिति उस प्रदेश की है जहां मुख्यमंत्री खुद को पूरे प्रदेश के बच्चों का मामा कहने से नहीं थकते हैं।
मानवता को शर्मसार कर देने वाला वीडियो छतरपुर जिले का है और कंधे पर मामा जिस भांजी का शव लेकर जा रहा है उसका नाम प्रीती है।
जिले के पाटन गांव में रहने वाले रामेश्वर की चार साल की बेटी प्रीति खेलते-खेलते नदी की मिट्टी में दबने से गंभीर रूप से घायल हो गई थी। उसे बिजाबर स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां से उसे जिला अस्पताल रैफर किया गया था। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान प्रीती ने दम तोड़ दिया था।
इसके बाद सिस्टम की अमानवीयता सामने आई। रामेश्वर एवं उसका साला प्रीति के शव को घर ले जाने के लिए 2 घंटे तक एंबुलेंस के लिए भटकता रहा लेकिन एंबुलेंस नसीब नहीं हुई। थक हार कर रामेश्वर और उसका साला मासूम प्रीति के शव को कंधे पर डालकर ही घर के लिए निकल पड़े।
एक दिन पहले ही सिंगरौली का वीडियो सामने आया था जिसमें एक पिता अपने नवजात शिशु के शव को पॉलिथीन के अंदर बाइक की डिग्गी में रखकर कलेक्टर के पास पहुंचा था। जिला अस्पताल में एंबुलेंस न मिलने पर लाचार पिता ने अपने नवजात बेटे के शव को इस तरह कलेक्टर कार्यालय ले जाकर शिकायत दर्ज़ कराई थी।