सत्ता-संयोग: प्रवासी भारतीय सम्मेलन के बाद क्या MP में बदलेगी सरकार?
सम्मेलन के साथ प्रदेश की सियासत के एक दिलचस्प संयोग की सियासी गलियारे में चल पड़ी चर्चा
Ashok Chaturvedi
इंदौर (जोशहोश डेस्क) इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन का रविवार को आगाज हो गया। तीन दिवसीय आयोजन का पहला दिन युवा प्रवासियों के नाम रहा। सम्मेलन के पहले दिन ‘युवा प्रवासी भारतीय दिवस’ कार्यक्रम का शुभारंभ विदेशमंत्री एस जयशंकर के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया।
वहीं इस सम्मेलन के साथ प्रदेश की सियासत के एक दिलचस्प संयोग की चर्चा भी सियासी गलियारे में चल पड़ी। यह चर्चा विदेश मंत्रालय द्वारा मध्यप्रदेश की धरती पर आयोजित कार्यक्रम और प्रदेश में सत्ता परिवर्तन से जुड़े एक संयोग को लेकर है।
दरअसल साल 2015 में भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने भोपाल में विश्व हिंदी सम्मेलन आयोजित किया था। इसके बाद प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भाजपा सरकार को हार का सामना करना पड़ा था। तब सुषमा स्वराज विदेश मंत्री थीं।
एक बार भारत सरकार का विदेश मंत्रालय अब मध्यप्रदेश की धरती पर प्रवासी भारतीय सम्मेलन कर रहा है। जबकि इस बार विदेश मंत्री एस जयशंकर हैं और साल के अंत में ही विधानसभा चुनाव है। संयोग यह है कि इस बार भी राज्य में भाजपा सरकार है।
देखना यह है कि क्या इस बार भी इतिहास अपने आप को दोहराता है या नहीं ? वैसे मध्यप्रदेश की सियासत के साथ संयोगों का साया हमेशा चर्चाओं में रहता है। उज्जैन में महाकुंभ के आयोजन और मुख्यमंत्री की कुर्सी जाने का संयोग तो सर्वविदित है।
दूसरी ओर सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इंदौर की स्वच्छता,खानपान और आतिथ्य परंपरा की सराहना की। साथ ही उन्होंने देश में डिजिटल प्रयोग, स्वास्थ्य क्षेत्र में अधोसंरचना, पर्यटन विकास,प्रधानमंत्री गति शक्ति जैसे कार्यों का उल्लेख करते हुए युवाओं को मिल रहे अवसर को महत्वपूर्ण बताया।
वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने युवा प्रतिभागियों का स्वागत किया। साथ ही वैश्विक स्तर पर भारतीय युवाओं के उल्लेखनीय योगदान को दोहराया और प्रवासी युवाओं के सामने मध्यप्रदेश की खूबियां बताईं। मुख्यमंत्री शिवराज ने भी कहा कि हर ग्लोबल कंपनी के डेवलपमेंट से लेकर बोर्ड रूम में भारतीय आसीन है। हमें गर्व होता है सुंदर पिचाई, सत्या नडेला, शांतनु नारायण, अरविंद कृष्णा, इंदिरा नूरी सहित अनेकों नाम हैं जिन्होंने सफलता के नए आयाम रचने का काम किया है।
गौरतलब है कि 17वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन मध्य प्रदेश सरकार के साथ साझेदारी में 08-10 जनवरी 2023 तक इंदौर में आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन में 70 विभिन्न देशों के 3,500 से अधिक प्रवासी सदस्य शामिल हो रहे हैं। प्रवासी भारतीय दिवस के कार्यक्रम में 9 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और 10 जनवरी को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु को भी शामिल होना है।