क्या ‘शिव-राज’ के लिए बैकफायर साबित हो रहा सीधी कांड पर डैमेज कंट्रोल?
शिवराज सरकार और पुलिस प्रशासन के लिए मुश्किल साबित हो रहा सीधी कांड पर डैमेज कंट्रोल
Ashok Chaturvedi
भोपाल/सीधी (जोशहोश डेस्क) सीधी में आदिवासी पर पेशाब करने के मामले में जबर्दस्त किरकिरी के बाद शिवराज सरकार और पुलिस प्रशासन के लिए डैमेज कंट्रोल मुश्किल साबित हो रहा है। सीधी से लेकर भोपाल तक इस मामले में किये जा रहे डैमेज कंट्रोल के प्रयास भी अब सरकार और प्रशासन के लिए बैकफायर करते नज़र आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने गुरुवार को सीधी कांड के पीड़ित पक्ष से मुलाक़ात की। सीएम हाउस पहुंचे पीड़ित परिवार से मुख्यमंत्री शिवराज चौहान मिले और कुर्सी पर बिठाकर पीड़ित दशमत के पैर पखारे और माफी भी मांगी। सीएम ने दशमत के पैर धोते हुए वीडियो को अपने ट्विटर हैंडल पर भी शेयर किया है।
वीडियो शेयर करते हुए सीएम ने लिखा- यह वीडियो मैं आपके साथ इसलिए साझा कर रहा हूँ कि सब समझ लें कि मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान है, तो जनता भगवान है। किसी के साथ भी अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। राज्य के हर नागरिक का सम्मान मेरा सम्मान है।”
मुख्यमंत्री शिवराज चौहान द्वारा शेयर किये इस वीडियो पर आये कमेंट बेहद दिलचस्प हैं। अधिकाँश कमेंट नकारात्मक ही दिखाई दे रहे हैं। पत्रकार संजय शर्मा ने तो इसे नौटंकी करार देते हुए CM शिवराज पर सवाल तक उठाये हैं-
हालंकि कुछ लोगों ने सीएम शिवराज को इस प्रयास के लिए सराहा भी है-
वही चौतरफा आक्रोश के बाद हिरासत में लिए गए आरोपी की थाने में टशन से उड़ी खिल्ली के बाद अब पुलिस और आरोपी का एक और वीडियो भी वायरल हो रहा है है। वीडियो में पुलिस प्रवेश शुक्ला को धकियाते और गरियाते हुए अपने वाहन में बिठाती नज़र आ रही है। पुलिस के इस कृत्य को सोशल मीडिया पर एक्टिंग क़रार दिया जा रहा है और यह कहा जा रहा है कि थाने में प्रवेश शुक्ला ने जिस तरह एंट्री की थी उसके बाद हुई किरकिरी को लेकर पुलिस अब डैमेज कंट्रोल तो कर रही है लेकिन इसमें उसकी एक्टिंग साफ़ दिखाई दे रही है।
पत्रकार उपमिता वाजपेयी ने लिखा-
इधर मामले को लेकर कांग्रेस सरकार पर हमालवर है। कांग्रेस ने इसे आदिवासी समुदाय की अस्मिता पर प्रहार बताया है। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने भी इसे इसे आदिवासी समुदाय पर अत्याचार बताते हुए शिवराज सरकार पर सवाल उठाये हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भी दो टूक कहा है कि सत्ता का नशा इस कदर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर चढ़ गया है कि वे इंसान को इंसान नहीं समझ रहे। यह घटना आदिवासी अस्मिता पर प्रहार है। यह घटना टंट्या मामा और बिरसा मुंडा जैसे महापुरुषों का अपमान है। यह घटना मध्य प्रदेश के करोड़ों आदिवासी भाई बहनों का अपमान है।
इससे पहले आरोपी भाजपा कार्यकर्ता प्रवेश शुक्ला को मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। उस पर एनएसए लगाया गया है। वही मामले की जांच के लिए BJP ने जांच कमेटी भी बनाई है। आरोपी BJP कार्यकर्ता प्रवेश शुक्ला के घर पर बुलडोजर चलाया गया है।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के सीधी जिले से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। जिसमें एक शख्स सीढ़ियों पर बैठे दूसरे शख्स पर पेशाब करता नजर आ रहा है। वीडियो में आदिवासी युवक पर पेशाब करने वाला शख्स बीजेपी नेता प्रवेश शुक्ला है। प्रवेश शुक्ला को लेकर देशभर के लोगों में काफी गुस्सा है।