PM से बड़ा कोई इवेंट मैनेजर नहीं, भारत जोड़ो यात्रा इवेंट नहीं मूवमेंट
जयराम रमेश ने कहा कि12 राज्यों में रोज 24 किलोमीटर चलना इवेंट नहीं है जिन्हें यह इवेंट लग रहा है वो रोज इतना चल कर बताएं।
Ashok Chaturvedi
आगर-मालवा (जोशहोश डेस्क) मध्यप्रदेश में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अब अपने अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ चली है। शुक्रवार सुबह यात्रा झालरा गांव से आगर-मालवा होते हए राजस्थान सीमा की ओर बढ़ी। वहीं कांग्रेस के सचिव मीडिया इनचार्ज जयराम रमेश ने फिर यात्रा को लेकर सवालों के जवाब दिए।
जयराम रमेश ने मीडिया से चर्चा में यात्रा को इवेंट बताए जाने पर बेबाकी से कहा कि भारत जोड़ो यात्रा इवेंट नहीं बल्कि मूवमेंट है। उन्होंने कहा कि इवेंट कभी 140 दिन नहीं चलता, इवेंट कुछ घंटे चलता है या एक दिन या दो दिन चलता है। 12 राज्यों में रोज 24 किलोमीटर चलना इवेंट नहीं है जिन्हें यह इवेंट लग रहा है वो रोज इतना चल कर बताएं।
जयराम रमेश ने यह भी कहा भारत जोड़ो यात्रा भारत राजनीति और कांग्रेस के लिए परिवर्तनकारी हैं। उन्होनें भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकष्ण आडवाणी के एक बयान का भी हवाला दिया। जयराम रमेश ने बताया कि लालकृष्ण आडवानी ने एक सवाल में जवाब में कहा था कि “नरेंद्र मोदी मेरे चेले नहीं हैं, पर वह दुनिया के सबसे अच्छे इवेंट मैनेजर हैं।”
आडवाणी के बयान का हवाला देते हुए जयराम रमेश ने आगे कहा कि जो दुनिया के सबसे ब्रिलियंट इवेेंट मैनेजर हैं ,वे हम पर इवेंट का आरोप लगा रहे हैं। दूसरी ओर शुक्रवार को यात्रा में पूर्व सैनिक भी शामिल हुए और राहुल गांधी से सेना और सैनिकों की समस्याओं पर चर्चा की।
Each of us has contributed a lot to create an India of our dreams, We won't let any power diminish our achievements.
मीडिया से चर्चा में कांग्रेस प्रवक्ता और पूर्व विंग कमांडर अनुमा आचार्य ने वन रैंक वन पेंशन और अग्निपथ योजना को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि हम पूर्व सैनिकों को लगता है कि ये अग्निपथ योजना एक खास तरह के अपने लोगों को आर्मी में भर्ती करने का तरीका है, जिससे आर्मी कमजोर होगी।
मीडिया से चर्चा में आगर-मालवा के विधायक विपिन वानखेड़े ने प्रदेश में 15 महीने रही कमलनाथ सरकार की उपलब्धियों को शेयर किया। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में 15 महीने की सरकार में किसानों को फायदा मिला। दोलाख तक का कर्जा माफ हुआ, किसानों को मुआवजा मिला, बिजली के बिल कम आए, फसल के दाम अच्छे दिन मिले।