जीतू पटवारी सत्र से निलंबित, कांग्रेस स्पीकर के खिलाफ लाएगी अविश्वास प्रस्ताव
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने जीतू पटवारी के निलंबन को बताया अलोकतांत्रिक
Ashok Chaturvedi
भोपाल (जोशहोश डेस्क) कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी को बजट सत्र से निलंबित कर दिया गया। विधानसभा अध्यक्ष की इस कार्रवाई के बाद जीतू पटवारी शेष अवधि के लिए सत्र की कार्रवाई में भाग नहीं ले सकेंगे। कांग्रेस ने जीतू पटवारी के निलंबन का विरोध किया है और विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कही है।
गुरुवार को कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को निलंबित करने का प्रस्ताव संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने रखा। उन्होंने कहा कि सदन की मर्यादा को खरोंचने की कोशिशें हो रही हैं। मामला विशेषाधिकार समिति के पास विचाराधीन है। मैं प्रस्ताव रखता हूं कि बाकी के सत्र के लिए जीतू पटवारी को निलंबित किया जाए, इसके बाद स्पीकर ने उन्हें निलंबित कर दिया।
कार्रवाई के बाद जीतू पटवारी ने अपनी बात रखने का प्रयास भी किया लेकिन इसकी अनुमति नहीं मिली। जीतू पटवारी को निलंबित किए जाने के बाद सदन में हंगामा मच गया। बढ़ते हंगामे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सदन की कार्यवाही को शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। जीतू पटवारी के निलंबन का कांग्रेस ने विरोध किया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने जीतू पटवारी के निलंबन को अलोकतांत्रिक बताया है। उन्होंने कहा कि एकपक्षीय कार्रवाई विधानसभा की उच्च परंपराओं के अनुकूल नहीं है। विधानसभा अध्यक्ष को अपने निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए।
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि भाजपा के इशारे पर तानाशाही तरीके से जीतू पटवारी को निलंबित किया गया है। हम इस कार्यवाही का विरोध करते हैं और विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे।
इस घटनाक्रम से पहले जीतू पटवारी ने सदन में शिवराज सरकार पर बड़ा हमला बोला था। पटवारी ने शिवराज सरकार पर जानवरों को बेचने का आरोप लगाया था। जीतू पटवारी ने कहा था कि इंदौर और भोपाल से शिवराज सरकार ने बाघ और शेर जामनगर स्थित रिलायंस के जूलॉजिकल किंग्डम में भेजे जबकि इसके बदले में तोते घड़ियाल मंगवाये गए हैं।