BJP राज में छलनी मां नर्मदा की छाती, नर्मदापुरम के किसान सबसे ज्यादा पीड़ित
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने सिवनी मालवा में जनसभा को किया संबोधित
Ashok Chaturvedi
सिवनी मालवा (जोशहोश डेस्क) भाजपा के राज में रेत माफियाओं द्वारा मां नर्मदा की छाती को छलनी किया जा रहा है, पुण्य सलिला मां नर्मदा सबसे ज्यादा प्रदूषित हुई है। कृषि क्षेत्र की राजधानी माना जाने वाले नर्मदापुरम का किसान आज सबसे ज्यादा पीड़ित है। इतना बड़ा कृषि उत्पादक जिला होने के बाद भी यहाँ एक भी बड़ा प्लांट नहीं है, यह बहुत दुख की बात है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सिवनी मालवा में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए यह बात कही। कमलनाथ ने सभा में कहा कि आज हम ईद मना रहे हैं और साथ ही भगवान परशुराम जयंती और अक्षय तृतीया भी मना रहे हैं यह हमारे देश की विभिन्नता का सूचक है। हमारे देश में इतने धर्म जाति और संप्रदाय के लोग सब मिलजुल कर शांति से रहते हैं क्योंकि हमारी संस्कृति जोड़ने की संस्कृति है तोड़ने की नहीं।
कमलनाथ ने कहा कि हमारा नर्मदापुरम मध्यप्रदेश में कृषि क्षेत्र की राजधानी माना जाता है। 15 साल बाद हमारी सरकार आई थी तो हमने किसान कर्ज माफी के जरिए प्रदेश के कृषि क्षेत्र के लिए एक नई शुरुआत की थी। अकेले नर्मदा पुरम जिले में 53000 किसानों का कर्जा हमने माफ किया था। साथ ही बिजली बिल आधा करने का कार्य हमने किया था।
कमलनाथ ने आगे कहा कि मुझे दुख है कि जो सम्मान के रूप में पगड़ी हमने किसानों के सिर पर पहनाई थी शिवराज सरकार आते ही वह पगड़ी उनके सिर से छीन ली गई। बिजली की बात करें तो बड़े-बड़े बिजली के बिल किसानों को थमाये जाने लगे। भाजपा ने 18 सालों में एक नया पैसा किसानों का कर्ज माफ नहीं किया।
सोयाबीन प्लांट का जिक्र करते हुए कमलनाथ ने कहा कि मुझे भली-भांति याद है हजारीलाल जी ने इस क्षेत्र में जो सबसे बड़ा सोयाबीन का प्लांट खुलवाया था वह बंद हो गया, इतना बड़ा कृषि उत्पादक जिला और एक भी बड़ा प्लांट नहीं यह बहुत दुख की बात है, नर्मदापुरम जिले में पैदा हुई फसल दूसरे जिलों और दूसरे राज्यों में प्रोसेसिंग के लिए जाती है। कितने फूड प्रोसेसिंग प्लांट यहां लग सकते थे, कृषि क्षेत्र को कितना उन्नत किया जा सकता था, परंतु भाजपा के कुशासन में ऐसा नहीं हो पाया
कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सिंह जी आज रोज नई घोषणाएं कर रहे हैं मैं तो यह पूछना चाहता हूं शिवराज जी क्या सिवनी मालवा में आज फसलों का सही दाम मिल रहा है? क्या कर्ज माफी की जा रही है? क्या पर्याप्त मात्रा में बिजली मिल रही है किसानों को? क्या खाद और बीज किसानों को सही समय पर मिल रहा है? लेकिन मैं शिवराज सिंह नहीं हूं जो चुनाव करीब आते ही झूठी घोषणाएं करने लगे, पर हमने ₹500 में सिलेंडर माताओं बहनों को पंद्रह ₹100 प्रति माह और किसानों के कर्ज माफ करने और कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली का वचन दिया है, जिसे पूरा करना हमारा लक्ष्य होगा।