प्रदेश में खाद का भयावह संकट, चुनावी इवेंट में लगी शिवराज सरकार
खाद संकट के हालातों को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ का शिवराज सरकार पर तीखा हमला
Ashok Chaturvedi
भोपाल (जोशहोश डेस्क) खाद की किल्लत को लेकर सरकार के सारे दावों पर जमीनी हकीकत भारी पड़ रही है। प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में किसान खाद के संकट से जूझ रहे हैं। खाद संकट के हालातों को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने तीखा हमला करते हुए कहा है कि शिवराज सरकार किसानों की कोई चिंता नहीं है, वह सिर्फ नित नए चुनावी इवेंट में लगी हुई है।
कमलनाथ ने शनिवार को बयान जारी कर कहा कि किसानों खाद के लिए कई-कई दिन तक लंबी-लंबी लाइनों में लगे हुए हैं, खाद के लिए धरने दे रहे हैं, प्रदर्शन कर रहे हैं। खुद मुख्यमंत्री और प्रदेश के कृषि मंत्री के क्षेत्र में खाद का भारी संकट व्याप्त है लेकिन सरकार सच्चाई स्वीकार करने की बजाय कह रही है प्रदेश में खाद का कोई संकट नहीं है।
सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कमलनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान अपने कार्यालय में बैठकर खाद की समीक्षा कर रहे हैं, यदि उन्हें खाद के संकट की वास्तविकता जानना है तो उन्हें किसानों के बीच मैदान में जाना चाहिये, जिससे उन्हें खाद के संकट की वास्तविकता पता चल सके।
उन्होंने कहा कि एक तरफ तो खाद का संकट जारी है, वहीं दूसरी तरफ खाद की कालाबाजारी, मुनाफाखोरी व नकली खाद का व्यापार बाजार में जोरों पर है। प्रदेश के मंदसौर ज़िले में नकली खाद की बिक्री का मामला भी सामने आया है। वही बात करें तो खुद मुख्यमंत्री के क्षेत्र विदिशा, सीहोर व कृषि मंत्री के क्षेत्र हरदा में भी किसान खाद को लेकर परेशान हो रहा है लेकिन सरकार को किसानों की कोई चिंता नहीं है, वह तो सिर्फ नित नए चुनावी इवेंट में लगी हुई है।
कमलनाथ ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार खाद को लेकर स्थिति स्पष्ट करें, किसानों को खाद की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करें अन्यथा कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी, खाद को लेकर हम प्रदेश भर में किसानों के साथ खड़े होंगे और खाद को लेकर प्रदेशव्यापी आंदोलन करेंगे क्योंकि प्रदेश का किसान पहले से ही ख़राब फ़सलो का मुआवज़ा अभी तक नहीं मिलने से परेशान हैं।